संख्यान आईटीआई घुमारवीं में मनाया विश्व जनसंख्या दिवस
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संख्यान आईटीआई घुमारवीं में मनाया विश्व जनसंख्या दिवस

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संख्यान आईटीआई घुमारवीं में मनाया विश्व जनसंख्या दिवस

अधिकारी घुमारवीं डॉ अभिनीत शर्मा के आदेशानुसार आई टी आई के प्रिंसीपल मनुज चन्देल की अध्यक्षता में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया।

बढ़ती जनसंख्या है देश की उन्नति में सबसे बड़ी बाधा

इस दिवस पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक घुमारवीं सुरेश चन्देल ने कहा कि बढ़ती हुई जनसंख्या किसी भी देश की उन्नति में सबसे बड़ी बाधा है। उन्होंने बच्चों को बढ़ती हुई जनसंख्या के भावी दुष्परिणाम और छोटे परिवार के महत्व ,परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों तथा इस वर्ष के थीम ‘परिवार नियोजन का अपनाओ उपाय,’ लिखो तरक्की का नया अध्याय ”पर विस्तार से बताया। चन्देल ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की घोषणा 11 जुलाई 1989 में की गई थी क्योंकि 1987 में विश्व की जनसंख्या 5 अरब हो गई थी ।

बढ़ती हुई जनसंख्या संबंधी मामलों पर लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। इस दिन राष्ट्रीय स्तर पर कई क्रियाकलाप किए जाते हैं। ताकि जनता जागरूक हो सके और जनसंख्या पर नियंत्रण पाया जा सके।

बढ़ती जनसँख्या पर नियंत्रण पाना है ज़रूरी

विश्व में भारत जनसंख्या के हिसाब से दूसरे नंबर पर है भारत की जनसंख्या जिस गति से बढ़ रही है. अगर नियंत्रण नहीं पाया गया तो 2030 तक हम विश्व में सबसे बड़ी आबादी वाले देश बन जाएगा।क्योंकि जनसंख्या वृद्धि देश के उन्नत होने में हर क्षेत्र में बाधा डालते हैं तथा दूसरे सामाजिक बुराइयों के साथ-साथ पर्यावरण को भी दूषित करने में अपना अदृश्य भूमिका निभाती है।

जैसे- गरीबी, स्वास्थ्य में गिरावट, शिक्षा के क्षेत्र में, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार , भूखमरी, स्त्रियों के स्वास्थ्य में गिरावट आदि। विश्व में भारत ने सबसे पहले 1951 में परिवार नियोजन का राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरू किया था फिर भी हमारी जनसंख्या इस गति से बड़ी है कि हम विश्व के घनी आबादी वाले देशों में शामिल हो चुके हैं।

परिवार को सुनियोजित करने के लिए परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधनों की हर स्वास्थ्य संस्थानों में मुफ्त में उपलब्ध हैं। जैसे कि निरोध ,माला N आईयूसीडी, छाया, अंतरा इंजेक्शन, इमरजेंसी पिल आदि सब परिवार नियोजन के अस्थाई साधन है तथा नलबंदी, नसबंदी परिवार नियोजन के स्थाई साधन है ।अतः पात्र दंपत्ति अपनी आवश्यकता व सुविधा के अनुसार अपनी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों से यह सेवाएं ले सकते हैं।

चन्देल ने बताया कि 11 जुलाई से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा -जिसमें पात्र दंपतियों को उनकी सुविधा तथा आवश्यकता के अनुसार सर्विस दी जा रही हैं। ओपी,सीसी,ईसीपी का वितरण तो आशा वर्कर के माध्यम से भी घर-घर में किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को कम करने में अपनी अपनी भागीदारी निभाएं।

 

इस दिवस पर आई टी आई के बच्चों की भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई जिसमें प्रथम स्थान पर नेहा, द्वितीय स्थान पर मैहक और तृतीय स्थान पर शुभम रहे। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी बच्चों को इनाम दिए गए। इस दिवस पर आई टी आई के अध्यापक शुभम नड्डा,दीपक कुमार, सुरेन्द्र कुमार,कल्पना देवी, आशा कार्यकर्ता संगीत शाह, नवीन लता, और 90 बच्चे उपस्थित थे।
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