मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं के छात्र रहे जितेंद्र चंदेल प्रशासनिक अधिकारी बनने के बाद पहुंचे स्कूल।
स्कूल पहुंचने पर स्कूल प्रबंधन द्वारा गर्मजोशी से स्वागत करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया।।
घुमारवीं न्यूज़।
प्रशासनिक सेवा में अधिकारी बने जिला बिलासपुर के गांव घुमाणी से सम्बंध रखने वाले जितेंद्र चंदेल आज मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं पहुंचे। जहां से उन्होंने अपनी जमा एक और जमा दो की पढ़ाई पूरी की थी। उनके आगमन पर स्कूल द्वारा आयोजित एक सादे समारोह में स्कूल प्रबंधन, शिक्षकों और छात्रों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। स्कूल पहुंचने पर प्रधानाचार्य प्रवेश चंदेल ने उन्हें स्मृति चिन्ह और टोपी पहनाकर सम्मानित किया। इस विशेष अवसर पर जितेंद्र चंदेल की मां भी उनके साथ उपस्थित रहीं।
इस मौके पर प्रधानाचार्य प्रवेश चंदेल ने जितेंद्र चंदेल की इस सफलता को स्कूल के लिए गर्व का क्षण बताते हुए कहा कि यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे विद्यालय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने जितेंद्र चंदेल को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनकी सफलता से अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी जीवन में उच्च लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रयासरत रहेंगे।
इस अवसर पर जितेंद्र चंदेल ने स्कूल के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि जीवन में एक स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित कर परिश्रम किया जाए, तो सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि वे बचपन से ही अत्यधिक मेधावी छात्र नहीं थे, लेकिन उन्होंने स्मार्ट लर्निंग तकनीकों और निरंतर अभ्यास के माध्यम से सफलता प्राप्त की। उन्होंने विद्यार्थियों को पारंपरिक पढ़ाई के साथ-साथ आधुनिक और रणनीतिक ढंग से अध्ययन करने की सलाह दी।
उन्होंने छात्रों को नशे से दूर रहने और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता रातों-रात नहीं मिलती, लेकिन यदि हम अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर पढ़ाई करेंगे, तो बेशक सफलता थोड़ी देर से ही सही, लेकिन निश्चित रूप से मिलेगी।
इस कार्यक्रम के दौरान स्कूल के शिक्षकगण, विद्यार्थी, और अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे। जितेंद्र चंदेल की प्रेरणादायक यात्रा ने छात्रों में नई ऊर्जा और जोश भर दिया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिवार ने जितेंद्र चंदेल को भविष्य की सभी चुनौतियों के लिए शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त की कि वे अपने कार्यों से समाज और देश की सेवा में अपना योगदान देते रहेंगे।