मिनर्वा स्कूल में धूमधाम से मनाया वार्षिक समारोह, पूर्व छात्र शुभम सोनी ने सम्मानित किए मेधावी
-मिनर्वा स्कूल घुमारवीं में हर्षोल्लास से मनाया 23वां वार्षिक पारितोषिक समारोह
-पूर्व छात्र ने बढ़ाया स्कूल का गौरव, मिनर्वा स्कूल घुमारवीं का 23वां वार्षिक समारोह उत्साहपूर्वक संपन्न
घुमारवीं,न्यूज़।
जब कोई छात्र अपने ही विद्यालय में मुख्य अतिथि बनकर लौटता है, तो वह क्षण हर किसी के लिए गर्व और प्रेरणा का प्रतीक बन जाता है। ऐसा ही एक अवसर मिनर्वा स्कूल, घुमारवीं में देखने को मिला, जहां विद्यालय के 23वें वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ किया गया।
इस वर्ष के समारोह की विशेषता यह रही कि विद्यालय प्रबंधन ने अपने ही पूर्व छात्र, वर्ष 2011-12 के बैच के विद्यार्थी तथा वर्तमान में भारतीय नौसेना में सेवारत लेफ्टिनेंट कमांडर शुभम सोनी को कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया।
मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कमांडर शुभम सोनी ने समारोह की शोभा बढ़ाते हुए कहा कि “विद्यालय जीवन व्यक्ति के व्यक्तित्व निर्माण की नींव रखता है, और मुझे गर्व है कि मिनर्वा स्कूल ने वह आधार मुझे प्रदान किया।
समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके पश्चात विद्यालय के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें नृत्य, गीत, नाट्य मंचन एवं देशभक्ति गीतों ने सभी का मन मोह लिया। विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों ने जहां उनकी प्रतिभा को उजागर किया, वहीं दर्शकों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रवेश चंदेल ने इस अवसर पर वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने विद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों, खेल-कूद, सह-पाठयक्रम गतिविधियों का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी खुशी का क्षण कोई और नहीं हो सकता जब विद्यालय का पूर्व छात्र आज मुख्य अतिथि के रूप में हमारे बीच उपस्थित हो। यह क्षण न केवल शुभम और उसने माता-पिता के लिए, बल्कि पूरे मिनर्वा परिवार के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण है।
मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कमांडर शुभम सोनी ने अपने संबोधन में विद्यालय में बिताए पलों को याद किया और कहा कि मिनर्वा स्कूल ने उन्हें जीवन में अनुशासन, परिश्रम और देशभक्ति की भावना सिखाई। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि वे अपने सपनों को साकार करने के लिए दृढ़ निश्चय और मेहनत से कार्य करें।
उन्होंने कहा कि सपने वो नहीं जो हम सोते समय देखते हैं, सपने वो हैं जो हमें सोने नहीं देते।यह वाक्य हमें यह सिखाता है कि सच्चे सपने वही होते हैं जिनके लिए हम मेहनत करते हैं, संघर्ष करते हैं और कभी हार नहीं मानते। इन सपनों को सच करने की शुरुआत हमारे स्कूल से होती है। इन्हीं क्लासरूम में हम न केवल किताबों से ज्ञान प्राप्त करते हैं, बल्कि अपने जीवन के उद्देश्य को पहचानना भी सीखते हैं।इन्हीं चार दीवारों के भीतर हम अपने सपनों को पंख लगाना शुरू करते हैं।मुझे गर्व है कि इसी विद्यालय में आकर मैंने भी अपने जीवन व सपनों को सच करने के असली मोल समझा।
अंत में विद्यालय प्रधानाचार्य प्रवेश चंदेल, राकेश चंदेल ने सभी अतिथियों, अभिभावकों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों में सर्वांगीण विकास की भावना को प्रोत्साहित करना है। इस मौके पर विनय शर्मा, अनु चंदेल, आरती चंदेल, अभिषेक चंदेल, मदन कुमार, स्वदेश चंदेल आदि मौजूद रहे।
इन्हें किया स्मृति चिन्ह व 5 हजार रुपये इनाम के साथ सम्मानित
दसवीं की बोर्ड परीक्षा में प्रदेश भर में दूसरा स्थान हासिल करने पर परनिका शर्मा को सम्मानित किया गया। वहीं पांचवां स्थान हासिल करने वाली नित्या प्रत्यक्षा राजे, सातवां स्थान हासिल करने पर कार्तिक चंदेल, आठवां स्थान पाने पर आराध्या शर्मा, नोवां स्थान हासिल करने पर रुद्रांश व्यास, आनंदिता, आर्यांश चंदेल, काव्यांजलि ठाकुर, दसवां स्थान हासिल करने पर विक्रम भारद्वाज, पुष्कल ठाकुर को मोमेंट्स व 5 हजार इनाम के साथ सम्मानित किया गया। वहीं जमा दो कक्षा में पूरे प्रदेश में पांचवां स्थान प्राप्त करने पर प्रांजल राणा व आठवां स्थान प्राप्त करने पर प्रज्ञा सिंह को सम्मानित किया गया।