अवैध नशा की जानकारी लीक करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों पर हो सख्त करवाई : महेंद्र धर्माणी
संस्था ने राज्यपाल को भेज ज्ञापन
घुमारवीं पुलिस द्वारा अवैध नशा की जानकारी सप्लायरों को लीक करने की उच्च स्तरीय जांच व जिमेवार पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक करवाई की माँग करते हुए संस्कार सोसाइटी घुमारवीं ने महामहिम राज्यपाल हिमाचल प्रदेश शिव प्रताप शुक्ल को ईमेल के माध्यम से ज्ञापन भेजकर सख्त करवाई करने की मांग की है । संस्था के संस्थापक महेंद्र धर्माणी ने बताया कि यह अत्यंत चिंतनीय व शर्मनाक है कि आज प्रदेश की जनता महामहिम राज्यपाल की प्रेरणा व प्रयास से नशा के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रही है और जागरूक नागरिक उससे प्रेरित होकर पुलिस को सूचना देकर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर रहे है लेकिन यह अति दुर्भाग्यपूर्ण है कि घुमारवीं पुलिस ने नशे का अवैध कारोबार करने वाले व्यक्ति पर करवाई न करते हुए उल्टा जिस व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी थी उसके बारे में नशे के अवैध धंधा करने वाले को ही दे दी जिसके कारण समाज मे पुलिस के प्रति निराशा व आक्रोश है ।
महामहिम राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में संस्था ने कहा कि पिछले डेड वर्षो से नशा , यानी विशेष कर चिट्टा के खिलाफ संस्कार सोसाइटी द्वारा इस अभियान से जनता जुड़कर के इसके समाधान के लिये आगे आ रही है । लेकिन पुलिस विभाग के कुछ कर्मियों की इस प्रकार की कार्यप्रणाली व संधिग्ध गतिविधियों से नशा के खिलाफ यह अभियान कमजोर हो रहा है ।
उन्होंने कहा कि यह नितांत आवश्यक है कि इस गंभीर समाजिक समस्या से जनता और प्रशासन मिलकर के ही पर पा सकते है लेकिन समय समय पर सरकारी तंत्र और पुलिस विभाग के इस प्रकार के कृत्यों से नशा तस्करों के हौंसले बढ़ते है जो सामाजिक व्यवस्था के लिये एक गंभीर चुनोती है ।
महेंद्र धर्माणी ने ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राज्यपाल से इस मामले में हस्ताक्षेप करने की अपील की है क्योंकि स्थानीय व जिला पुलिस प्रशासन इस घटना पर मौन है । उन्होंने आग्रह किया कि इस पूरी घटना की निष्पक्ष जांच करके जो भी कर्मचारी या अधिकारी इसमें शामिल है उनके खिलाफ अनुशासनात्मक करवाई करके उनको बरखस्त किया जाए । उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस विभाग के कर्मचारी जो वर्षो से सवेदनशील स्थानों पर बैठ कर इस प्रकार की घटनाओं का अंजाम दे रहे है ऐसे सभी लोगो की छानबीन कर उनको वहां से हटाया जाए ताकि जागरूक नागरिक का मनोबल न टूटे और प्रदेश नशा मुक्त बन सके ।