वीडियो में 4 दिन पहले हुई एक एफआईआर का जिक्र करते हुए जसबीर ने कहा कि इसमें जो धाराएं लगाई गई थी वह जमानतीय अपराध हैं, लेकिन मामले के पीड़ित लोगों द्वारा उस पर धारा 307 के तहत मामला दर्ज करने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है और ऐसा न करने पर उसे सस्पेंड करवाने की धमकियां दी जा रही हैं। इतना ही नहीं पुलिस के आलाधिकारियों द्वारा भी फाइल लेकर उसे बुलाया गया और दबाव बनाया गया।
वीडियो में हेड कांस्टेबल ने बताया कि मारपीट के मामले में वह 307 कैसे लगाएंगे। कहा गया कि पीड़ित पार्टी बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रही है। वीडियो में कहा गया कि अधिकारी पुलिस कर्मी होने के बावजूद भी उसकी बात नहीं सुन रहे हैं और पीड़ित की बात सुन रहे हैं और आरोपियों को गिरफ्तार करने के आदेश दे रहे हैं। वीडियो में हेड कांस्टेबल यह भी कहते हुए नजर आ रहे हैं कि जो अन्य आईओ उन्हें गिरफ्तार करना चाहता है वह उनसे फाइल ले सकता है। मुझे जबरदस्ती फंसाया जा रहा है। उन्होंने मामले में नियमानुसार कार्रवाई की है और वह कानून के बाहर जाकर कार्रवाई कर सकते हैं। जिसके बाद उन्हें अब मजबूरन त्यागपत्र देना पड़ रहा है। हेड कांस्टेबल का त्यागपत्र भी सामने आया है। वहीं, बताया यह भी जा रहा है कि उक्त पुलिस कर्मी 2 दिन से गायब हैं।
उधर, पुलिस अधीक्षक सिरमौर रमन कुमार मीणा ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि दिनांक 08-06-2024 को कालाअंब के एक स्थानीय ट्रैक्टर चालक, उसके पिता, व चाचा को पास न देने के कारण पंजाब की एक स्कॉर्पियो में सवार युवकों ने काफी मारपीट की थी जिस घटना के बाद स्थानीय युवक की शिकायत पर काला अंब थाने में उक्त पंजाब के युवकों के खिलाफ मुकदमा नंबर 84/24 दिनांक 08-06-2024 जुर्म धारा 341, 323, 147, 148, 149 IPC में पंजीकृत थाना किया गया। इस घटना का वीडियो भी काफी वायरल हुआ था। जिस पर इस मुकदमा का अन्वेषण काला अंब थाने में तैनात अन्वेषण अधिकारी हेड कांस्टेबल जसवीर को दिया गया था, लेकिन स्थानीय लोग हेड कांस्टेबल जसवीर के अन्वेषण व व्यवहार से काफी नाखुश थे। जिस संबंध में स्थानीय लोगों द्वारा उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया था।