आपातकाल देश के लोकतंत्र पर काला धब्बा : महेन्द्र धर्माणी
घुमारवीं- कहलूर न्यूज़
1975 में देश मे आपातकाल लगाकर लोकतंत्र व संविधान का गला घोंटने वाले आज सविधान के प्रति हाथ में लेकर ड्रामा कर रहे है और जनता को गमराह कर रहे है । भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेन्द्र धर्माणी ने लोकसभा अध्यक्ष द्वारा आपातकाल पर निंदा प्रस्ताव लाकर देश की युवा पीढ़ी का देश के इतिहास से अवगत कराने का सराहनीय और उलेखनीय कार्य किया है ।
महेंद्र धर्माणी ने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 1975 में उस समय देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आम जनता के अधिकार पूर्णतः समाप्त कर दिए थे । लाखों लोगों को जेल में बंद कर दिया था । देश की आतरिक सुरक्षा को खतरा बताकर देश मे अभिव्यक्ति की आजादी को पूर्णत समाप्त कर दिया गया था । उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के मुँह लोकतंत्र व सविधान की रक्षा की बात बेइमानी लगती है । आपातकाल देश के लोकतंत्र पर काला धब्बा है जिसके लिए कांग्रेस पूरी तरह जिम्मेदार है । महेंद्र धर्माणी ने कहा कि कांग्रेस आज भी इसी प्रकार की तानाशाही मानसिकता से ग्रसीत है ।