चिट्टा सप्लायर समाजसेवी बनकर जनता को कर रहे गुमराह : महेंद्र धर्माणी
गांव व शिक्षण संस्थानों के आस पास में न आने दे किसी भी अनजान व्यक्ति को
घुमारवीं
चिट्टा सप्लायर समाजसेवी बनकर और बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं यह बात संस्कार संस्था के संस्थापक महेंद्र धर्मानी ने "घुमारवीं अगेंस्ट चिट्टा" अभियान के दौरान अवढानीघाट में आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय लोगों के बीच कहीं । उन्होंने कहा कि आज जागृतों और छिंज्जो आदि कार्यक्रमों में कुछ पैसे देकर मुख्यातिथि बनकर समाज सेवा करने का दिखावा करते हैं और इसकी आड़ में फिर रात को चिट्टे की पुड़िया बेचने का काम कर रहे हैं । ऐसे समाजसेवियों से हमें समाज को बचाना होगा और इन्हें बेनकाब कर पुलिस के हवाले करना पड़ेगा ।
महेंद्र धर्माणी ने कहा कि एक ग्राम चिट्टा पकड़े जाए या 500 ग्राम किसी की भी जमानत न हो ऐसा सख्त कानून बनना चाहिए और जेल होनी चाहिए । उन्होंने कहा कि हमें बच्चो का अच्छा मोहाल देना होगा ताकि बच्चे अपने माता पिता के साथ अपने पूरी दिनचार्य को खुल कर बताए । गांव के बड़े बजुर्गो से आग्रह किया कि गाँव मे आने वाले अनजान व्यक्ति की जरूर पूछताछ करे कि आप है गांव में किससे मिलने आये हो , ऐसा करने से नशा बेचने वाले सप्लायर गांव में आने से डरने लगेंगे और उनका गांव में आना बंद हो जाएगा । महेंद्र धर्माणी ने कहा कि हमे जागरूक होना होगा तभी पुलिस और सरकार काम करेगी और चिट्टा सप्लायरों पर सख्त करवाई होगी । अगर हमारे बच्चे बचेगे तभी समाज बचेगा और देश सुरक्षित होगा । हमारी आने वाली पीढियां बच सके इसलिये इस अभियान का हिसा बने । उन्होंने कहा कि चिट्टा बेचने वाले एक साल में ही बड़ी बड़ी गाड़ियां , बड़े बड़े घर बना लेते है और आम आदमी पूरी जिंदगी नोकरी करने पर भी मुश्किल से घर ही बना पाता है । चिट्टा सप्लायर पैसों के लालच में हमारी युवा पीढ़ी को नशे के जंजाल में फंसा रहे है हमे मिलकर इन चिट्टा सप्लायरों से बच्चो को दूर रखना पड़ेगा ।
इस अभियान में राकेश मेहता, सतीश मेहता, वार्ड सदस्य निर्मला देवी, कर्म चंद, जोगिंदर सिंह, लेखराम, लक्की मेहता, गगन मेहता आदि उपस्तिथ रहे ।
संस्था समाज के लिये कर रही है नेक काम :
घुमारवीं पंचायत के उपप्रधान किशोरी लाल शर्मा ने कहा कि संस्था द्वारा चिट्टे के खिलाफ जो अभियान चलाया है ये समाज के लिये बहुत ही नेक काम है हम सभी को मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ना चाहिए ताकि हमारे बच्चे सुरक्षित रह सके । संस्था चिट्टे के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रही है जिसका हम सभी को हिस्सा बनना चाहिए ।