अधिकारी हो तो ऐसा जो अपने काम प्रति जुनूनी तथा लोगों की सेवा को अपना धर्म मानता हो।
किस्सा पिछली रात यानी 31 अगस्त का है जब घुमारवीं के साथ लगते दाड़ा ,चुवाड़ी , टिक्कर, दब्याणी, व बिड़ंग में शाम को बिजली नहीं थी जब इस बात की सूचना बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता करन चंदेल को मिली तो वे रात 10 बजे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।अधिशासी अभियंता करण चंदेल ने बिजली बहाल करने के लिए रात को12:30 बजे तक खुद संभाली कमान संभाली।
इसके अतिरिक्त बलि में शाम 4 बजे बिजली की तर टूटने से लगभग 40 घरों की बिजली चली गई जब लोगो ने इसकी कंपलेट की तो इलेक्ट्रिसिटी विभाग ने मौके पर अपने दो कर्मचारियों को भेजा परन्तु वो बिजली बहाल करने में असमर्थ रहे उन्होंने पाया कि न्यूट्रल वायर टूट कर नीचे मक्की के खेतों में गिर गई थी कर्मचारियों ने वायर के कनेक्शन को काटकर काम को कल के लिए डाल दिया था
परंतु जब यह बात रात को 9:00 बजे घुमारवीं के इलेक्ट्रिसिटी एक्शन करण कुमार को पता लगी तो अपनी तबियत खराब होने के बावजूद भी खुद मौके पर जाकर कमान को संभाला और अपने फील्ड कर्मचारियों से पहले पहुंच गए और वहां पहुंचकर स्थिति को देखा और अपने फील्ड के कर्मचारियों को फोन कर मौके पर बुलाया और तारो को जोड़कर तकरीबन रात 12:30 बजे तक काम करके बिजली को बहाल किया गया
इस पर स्थानीय विधायक राजेश धर्मानी ने अधिशासी अभियंता कारण चंदेल और उनके स्टाफ तथा फील्ड कर्मचारियों की जमकर तारीफ की।