बीमारी का उपचार करने के बजाय, बीमार को ठिकाने लगाना उचित नहीं -पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग
बीमारी का उपचार करने के बजाय, बीमार को ठिकाने लगाना उचित नहीं -पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने चयन बोर्ड हमीरपुर को बंद करने पर कांग्रेस पर कसा तंज घुमारवीं। कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को बंद करने के प्रदेश सरकार के फैसले पर पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद गर्ग ने तंज कसा है। गर्ग ने कहा कि बीमारी का उपचार करने के बजाय, बीमार को ठिकाने लगाना उचित नहीं ।
उन्होंने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने सता पर काबिज होते जन विरोधी निर्णय लेने से शुरू कर दिए है। यदि बेहतर होता कि कांग्रेस पहले लोगों के कल्याण एवं उनके हितों की रक्षा करने वाली योजनाओं के लागू करने पर ध्यान देती। जिससे लोगों को आने वाले पांच वर्षो में लाभ मिल पाता। लेकिन कांग्र्रेस सरकार ने पहले पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में लोगों के लाभ के लिए खोले गए संस्थानों को डिनोटिफाई करने जैसे जन विरोधी निर्णय लिए। और अब भ्रष्टाचार के मामले सुलझाए बिना हमीरपुर स्थित कर्मचारी चयन आयोग जैसे संस्थान बंद कर प्रदेश के लाखों बेरोजगारों की भावनाओं के साथ खिलवाड कर दिया। प्रदेश सरकार को चाहिए था।
कि वह दोषी लोगों को पकड कर कानूनी कार्रवाई करती। प्रदेश के लाखों युवाओं ने रोजगार पाने के लिए कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से भर्ती परीक्षाएं दी हैं । लेकिन कर्मचारी चयन आयोग को बंद करने से उनकी संभावित परीक्षाएं अधर में लटक गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने चुनावांें को पहली केबिनेट में ओपीएस को लागू करने का वादा किया था। लेकिन अभी तक भी सुक्खु सरकार इसे लागू नहीं कर पाई है। बल्कि विधायकों की विधायक निधि व उपायुक्तों से माध्यम से खर्च होनी वाली निधि को भी बंद कर दिया है। गर्ग ने कहा कि भाजपा आने वाले दिनों में हस्ताक्षर अभियान को और अधिक तेज करेगी। व लोगों को वर्तमान कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जागरूक करेगी।