ग्रीष्मोत्सव घुमारवीं 2023 में संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा घोषित अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष – 2023 को मनाने का निर्णय लिया गया है।
ग्रीष्मोत्सव घुमारवीं 2023 में संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा घोषित अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष – 2023 को मनाने का निर्णय लिया गया है।
उपमंडलाधिकारी घुमारवीं श्री राजीव ठाकुर ने बताया कि मोटा अनाज ही भारत का प्राचीन अन्न है। देश में 16 प्रकार के मोटे अनाज का उत्पादन होता है। देश में गेहूं और चावल के अधिक उत्पादन और खपत होने के कारण मोटे अनाज का प्रचलन काफी कम हो गया था। लेकिन अब फिर से इसके उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है। बाल विकास परियोजना आधिकारी रंजना शर्मा ने बताया कि ग्रीष्मोत्सव घुमारवीं में श्री अन्न को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन की तरफ से श्री अन्न पर आधारित रेसीपी प्रतिस्पर्धा, पोस्टर प्रतियोगिता तथा रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। अत: सभी घुमारवीं वासी इन प्रतियोगिता में हिस्सा ले तथा मोती अनाज को अपनी दैनिक आहार में ज्यादा से ज्यादा शामिल करे।