दधोल स्कूल में धूमधाम से मनाया अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस
घुमारवी
स्वास्थ्य खंड घुमारवीं के अन्तर्गत आने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दधोल में जिला स्तरीय अन्तराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस राकेश बाबू जिला जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बिलासपुर की अध्यक्षता में किया गया इस दिवस पर राकेश बाबू ने स्कूल के बच्चों को दिव्यांगों को दिए जाने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया ।
उन्होंने बताया कि दिव्यांगता को मापने के लिए मापदण्ड निर्धारित किए गए है जिसमे स्पष्ट किया गया कि ऐसा कोई भी व्यक्ति जिसमें 40% से अधिक दिव्यांगता होगी दिव्यांग माना जाएगा पर उसकी दिव्यांगता चिकित्सा बोर्ड द्वारा प्रमाणित होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि दिव्यांगता दो प्रकार की होती है एक जन्म के समय पर ही और दूसरी जन्म के बाद आने वाली दिव्यांगता है।
राकेश ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत मे दिव्यांगता की संख्या 2.68 करोड़ थी। जो कुल आबादी का 2.21% है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1996 में अधिनियम पारित किया गया इस अधिनियम में दिव्यांगों के प्रति किये जाने वाले भेद भाव को समाप्त कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ना था।
इस अधिनियम में 18 वर्ष से कम आयु वाले बच्चों को मुफ्त शिक्षा सरकरी नौकरी के लिए आरक्षण, दिव्यांग पेंशन, अन्य बहुत सी सुविधा दी गई। इस दिवस पर बच्चों की भाषण प्रतियोगिता , पेंटिंग प्रतियोगिता भी करवाई गई। भाषण प्रतियोगिता ने प्रथम स्थान पर अभय भारद्वाज, द्वितीय स्थान पर सुमन कुमारी, तृतीय स्थान पर अंजली भारद्वाज रही। तथा पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर कविता , द्वितीय स्थान पर कुंवर पाल, तृतीय स्थान पर साक्षी रही। भाषण प्रतियोगिता और पेंटिंग में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को इनाम भी दिए गए।
इस अवसर पर स्कूल के वाईस प्रिंसिपल तिलक राज धर्माणी, खंड स्वास्थ्य शिक्षक सुरेश चन्देल , गोपाल शर्मा,महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता बिनाका देवी, आशीष कुमार, कुसम कुमारी,और 290 बच्चे उपस्थित थे।