सीमेंट फैक्ट्रियों के बंद होने से उत्पन्न हुई स्थिति का शीघ्र समाधान निकाले प्रदेश सरकार - पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने सीमेंट फैक्ट्रियों पर तालाबंदी को बताया दुर्भाग्यपूर्ण,
घुमारवीं -कहलूर न्यूज़
पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि प्रदेश सरकार
सीमेंट फैक्ट्रियों के बंद होने से उत्पन्न हुई स्थिति का शीघ्र समाधान निकाले, ताकि सीमेंट के प्लांट बंद होने से जिन हजारों लोगों के रोजगार पर संकट छाया है, वह बच सके।
उन्होंने कहा कि एसीसी और अंबुजा कंपनी प्रबंधन ने बरमाणा तथा दाडलाघाट स्थित फैक्ट्री को अचानक अनिश्चित काल के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है। विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस सीमेंट के दामों को लेकर हल्ला मचाती रही है , लेकिन अब तो उनके सत्ता में आते ही प्रदेश के अंदर 2 सीमेंट प्लांट ही बंद हो गए। प्रदेश में सीमेंट के अचानक दो प्लांट बंद होने से अफरा- तफरी का माहौल मच गया है। लोगों को रोजगार छीनने का भय सता रहा है। यदि सरकार शीघ्र यदि इस मसले का हल नहीं निकलती तो रोजगार के साथ सीमेंट का बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा।
गर्ग ने कहा कि सीमेंट के प्लांट बंद होने से हजारों लोगों का रोजगार छिन गया। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुश्किल वक्त में उन सभी के साथ खड़ी है, जिनके रोजगार को मुश्किल हो गई है।
गर्ग ने कहा कि कांग्रेस सरकार को शुरुआती दौर में ही अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी। सरकार मंत्री बनाने में मस्त है जबकि प्रदेश की जनता इनके निर्णयों से त्रस्त है। नई सरकार बनने के बाद जो हालात प्रदेश के अंदर इस समय बन रहे हैं प्रदेश के लोगों को इसकी उम्मीद नहीं थी। जनता ने कांग्रेस को यह सोच कर चुना था कि कांग्रेस सरकार 1 साल में 1 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा पूरा करेगी लेकिन 10 दिनों के अंदर ही हजारों लोगों का रोजगार छिन गया है और सरकार इस पर खामोश है। उन्होंने कहा कि सरकार इस जबाबदेही से बच नहीं सकती। गर्ग ने कहा कि सरकार शीघ्र इस मामले का समाधान निकाले, ताकि इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े ।