डॉक्टरों की नियुक्ति पर वर्तमान सरकार का बड़ा विरोधाभासी निर्णय : राजेश धर्माणी
घुमारवीं - कहलूर न्यूज़
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी ने प्रदेश सरकार द्वारा मंत्रिमंडल में पारित किए गए डॉक्टरों की नियुक्ति के संबंधी निर्णय पर एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि पिछले कल मंत्रिमंडल ने यह पारित किया कि 500 डाक्टरों में से 200 डॉक्टर पब्लिक सर्विस कमीशन के माध्यम से भर्ती किए जाएंगे तथा 300 डाक्टरों की भर्ती अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी के माध्यम से होगी।
उन्होंने कहा कि इस तरह से वर्तमान सरकार ने बड़ा विरोधाभासी निर्णय लिया है। क्योंकि जब सरकार ने पब्लिक सर्विस कमीशन बना रखा है तो दो तरह की भर्तियां क्यों की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि असल में मेडिकल प्रोफेशन में भी वर्तमान सरकार अपने चहेतों को भर्ती करने के लिए इस तरह के प्रयास कर रही है ।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर का पद राजपत्रित होता है इसलिए और इसकी भर्ती कमीशन के माध्यम से ही की जानी चाहिए। उन्होंने चुनाव आयोग से भी आग्रह किया कि वह भी इस ओर ध्यान दें क्योंकि यह निर्णय चुनावों को देखकर भी किया गया है क्योंकि इसमें चहेते डॉक्टरों की भर्ती करके लाभ लेने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पूरे पौने पांच साल तो सोती ही रही अब जब चुनाव निकट आ रहे हैं तो बिना बजट की घोषणाएं की जा रही हैं। यही नहीं पुराने कार्यों को नया लेबल लगाकर उनको अपना बताने का प्रयास किया जा रहा है।
घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हटवाड़ प्राइमरी हेल्थ सेंटर को पूर्व सरकार के कार्यकाल में ही कम्युनिटी हेल्थ सेंटर बना दिया गया था। लेकिन वर्तमान सरकार ने उसे फिर से कम्युनिटी हेल्थ सेंटर बनाकर भवन निर्माण के लिए पैसा दिया है। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण होगा उसके बाद ही कम्युनिटी हेल्थ सेंटर काम करेगा क्योंकि उसमें तभी मरीजों के लिए बिस्तरों की व्यवस्था हो पाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह से यह सरकार लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है और अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से लोगों की आशाओं पर खरी नहीं उतरी है।