सहकार भारती का दो दिवसीय चतुर्थ प्रांत सम्मेलन घुमारवीं में आयोजित
घुमारवीं -क़हलूर न्यूज़
सहकार भारती का दो दिवसीय चतुर्थ प्रांत सम्मेलन घुमारवीं में आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ
ठाकुर ने की। कार्यक्रम में प्रदेश के सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज मुख्यतिथि व खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेन्द्र गर्ग वशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में कोई सरकारीकरण नहीं होता व सहकारिता हमेशा नीचे से ऊपर की तरफ जाने
का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक सम्पदा से भरा पड़ा है तथा यहां पर व्यक्ति को अपनी आर्थिकी बढाने में कोई दिक्कत नहीं आ सकती तथा आर्थिकी बढ़ाने के लिये सहकारिता से बढ़ कर कोई क्षेत्र नहीं है। उन्होंने सहकारी क्षेत्र में सरकार से पूरी तरह से पारदर्शिता लाने का भी आहवाहन किया।
खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेन्द्र गर्ग ने कहा कि सहकारिता हमारे समाज को जोड़ने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि सहकारिता का जन्म ही हिमाचल के जिला ऊना से हुआ है। इसलिये हिमाचल में इसको ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना हमारा कर्तव्य है।
सरकार इसके लिये हर सम्भव प्रयास कर रही है यह गैर राजनीतिक संगठन है। सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि 1892 में सबसे पहली सहकारी संस्था ऊना जिला के पंजावर गांव से शुरू हुई थी। ग्रामीण स्तर तक हिमाचल में 4600 सहकारी सभाएं पंजीकृत हैं व इनमें 18 लाख से अधिक सदस्य जुड़े
हैं।
बाकी प्रदेश में तीन स्तर की कमेटियां हैं जबकि हिमाचल में चार स्तर की कमेटियां सहकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। हमारी बहुत सोसायटियां आज बैंकों से भी बड़ा कार्य कर रही हैं। सहकारिता को अगर आम जनता का उथान करना है तो उसमें उच्च संस्कारिक व अच्छे लोगों का आना जरूरी है, लोकतंत्र सहकारिता की आत्मा है।
सहकाकारिता के क्षेत्र में महिलाओं को भी ज्यादा से ज्यादा भाग लेना चाहिये। इस अवसर पर सहकार भारती के नव निर्वाचित अध्यक्ष राजेश कपिल, महामंत्री संजय कुमार, जिला फेडरेशन के अध्यक्ष महेंद्र पाल, राकेश चोपड़ा, कॉपरेटिव बैंक के डायरेक्टर रामगोपाल उपस्थित रहे।