परिवार व पूंजीपति साथियों के विकास में लगे हैं मंत्री : राजेश धर्माणी
घुमारवीं - क़हलूर न्यूज़
पूर्व सीपीएस तथा अखिल भारतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव राजेश धर्माणी ने पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के विकास में नहीं अपितु अपने परिवार व पूंजीपति साथियों के विकास में लगे हुए हैं।
राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र गर्ग ने अपने कार्यकाल का आधा समय कांग्रेस के कार्यकाल में स्वीकृत कामों को रोकने, उनकी निशानियां मिटाने तथा बाकी का समय कांग्रेस के कार्यकाल में स्वीकृत कामों का श्रेय लेने में लगा दिया ।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री ने सभी नियमों को दरकिनार करते हुए अपनी पत्नी की प्रमोशन में न्यूनतम अंकों की छूट के लिए जितना जोर लगाया उतना अगर विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए लगाया होता तो आज घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर कुछ और होती। उन्होंने कहा कि याचिकाकर्ता बनाकर जो फायदा अपनी पत्नी को पहुंचाया उसका फायदा अन्य कर्मचारियों को नहीं मिल पाया। सरकार ने भी कानून में फेरबदल कर इसका फायदा मंत्री की पत्नी को पहुंचाने तक ही सीमित रखा।
राजेश धर्माणी ने आरोप लगाया कि विधानसभा क्षेत्र में विकास के नाम पर जितने भी कार्य मंत्री द्वारा करवाए जा रहे हैं वो सारे अपने पूंजीपति साथियों के हितों को ध्यान में रखकर ही करवाए जा रहे हैं। एक संपर्क मार्ग के शिलान्यास पर भी सवाल उठाते हुए राजेश धर्माणी ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में जिस संपर्क मार्ग को बनाने की स्वीकृति दिलाई थी। वह बस स्टैंड से पुल के लिए बनना था तथा उसमें बसों के आने जाने के लिए भी वैकल्पिक मार्ग मिल जाता। उन्होंने कहा कि उन्होंने इसके लिए घुमारवीं पुलिस थाने की 19 बिस्वा जमीन भी परिवहन विभाग के नाम करवा दी थी। जिसका बाकायदा तत्कालीन परिवहन मंत्री जीएस बाली ने भूमि पूजन किया था। इसके अलावा इस सड़क मार्ग पर जितनी भी भूमि अधिग्रहण होनी थी उसका खर्चा भी केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाना था और अगर वह सड़क बनती तभी वास्तविकता में शहर को जाम से छुटकारा मिल सकता था।
पूंजीपति साथी को फायदा पहुंचाने के लिए निकाला जा रहा संपर्क मार्ग ....
राजेश धर्माणी ने कहा कि मंत्री ने अपनी संकीर्ण सोच का परिचय देते हुए अदालत में झूठा हलफनामा दायर करवा दिया गया कि घुमारवीं शहर को इस सड़क की जरूरत ही नहीं है। अब अपने एक पूंजीपति साथी जो कि भारतीय जनता पार्टी मंडल का महासचिव है, उसके निजी हित को ध्यान में रखते हुए उसके द्वारा सब्जी मंडी को अपने निजी हित में उपयोग किए जाने वाले भवन तक पहुंचाने के लिए इस संपर्क मार्ग के नाम पर ढाई करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह समय आने पर इनका सारा कच्चा चिट्ठा लोगों के सामने रखेंगे।