शिक्षा के साथ नैतिक मूल्य अतिआवश्यक-प्रो.लखनपाल
घुमारवीं - रजनीश धीमान
स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं के जीव विज्ञान एवं वनस्पति विज्ञान विभाग के तत्वाधान में शिक्षा एवं नैतिक मूल्यों पर आधारित एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें देश के प्रसिद्ध माइकोलाजिस्ट तथा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के वनस्पति विज्ञान के पूर्व अध्यक्ष डॉ.टी.एन.लखनपाल ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की। शिक्षा के साथ विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों के संचार की आवश्यकता को मध्य नजर रखते हुए डॉ. लखनपाल ने कहा की संस्था में दिया जाने वाला शिक्षण-प्रशिक्षण एक सैद्धांतिक पक्ष है तथा समाज के व्यवहार में उसका व्यवहारिक पक्ष एवं नैतिक मूल्यों का समावेश किया जाना चाहिए तभी शिक्षा व्यवहारिक एवं सामाजिक दृष्टि से लाभप्रद है।
अपने संबोधन में डॉ.लखनपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि वे इस वर्तमान प्रतियोगिता संसार विभिन्न में विषयों का ज्ञान अर्जित करें ताकि वे जीवन व्यवहार के क्षेत्र में कहीं भी पीछे ना रह जाएं। उन्होंने विद्यार्थियों को मस्तिष्क, शरीर तथा आत्मा के सहयोग से उत्पन्न ज्ञान की व्यवहारिकता पर बल दिया। डॉ. लखनपाल ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में सुख और शांति चाहता है लेकिन यह तब तक संभव नहीं है जब तक कि व्यक्ति अपना अभिमान एवं इच्छाओं का दमन न करे। यह समाज सेवा,शिक्षा के साथ पुरुषार्थ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।इस अवसर पर मृदुला लखनपाल, प्रो. पी. एल. जनेऊ,डॉ.ज्योति प्रभा, महाविद्यालय की समितियों के संयोजक प्रो.सुरेश शर्मा, डा.महेंद्र भाटिया,डा.जसवंत सैणी, प्रो. प्रवीण संख्यान, डॉ.बरवाल,प्रो अनित शर्मा तथा महाविद्यालय वनस्पति विज्ञान,जीव विज्ञान स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के लगभग 150 विद्यार्थी उपस्थित थे।