कांगड़ा: ऐतिहासिक बैजनाथ शिव मंदिर पर आधी रात को हुई 10 हजार अखरोटों की बारिश, उमड़े लोग.
धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा (Kangra) जिले के ऐतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ (Shiva Temple Baijnath) में बैकुंठ चौदह को अखरोट बरसाए जाते हैं. बुधवार रात को यहा पर पूजा-अर्चना के बाद मंदिर के ऊपर से पुजारियों ने हजारों अखरोटों की बारिश की. अखरोटों (Walnut Rain in Baijnath) की बारिश के लिए करीब 10 हजार अखरोट का प्रबंध किया गया.
शिव मंदिर बैजनाथ में बैकुंठ चौदस के अवसर पर प्रतिवर्ष यह आयोजन किया जाता है. इसका पौराणिक महत्व है और धार्मिक आयोजन को लेकर आज भी स्थानीय जनता बड़ी संख्या में मंदिर में जुटती है. बताया जाता है कि 180 साल से यह पंरपरा चल रही है.
मंदिर के पुजारी सुरेंद्र अचार्य बताते हैं कि भारतवर्ष में यह त्योहार सिर्फ बैजनाथ के शिव मंदिर में ही मनाया जाता है. इस त्योहार की गरिमा दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. उन्होंने बताया पुरानी मान्यता के अनुसार शंखासुर नामक राक्षस ने देवताओं का राजपाठ छीन लिया था. शंखासुर इंद्र के शासन पर विराजमान होकर राज करने लगा था, जिससे भयभीत होकर समस्त देवता गुफा में रहने के लिए मजबूर हो गए. राज करते समय शंखासुर को लगा कि उसने देवताओं का सब कुछ छीन लिया, लेकिन देवता अब भी उससे ज्यादा शक्तिशाली हैं.