बिलासपुर: कोरोना ने धीमी की एम्स भवन के निर्माण कार्य की रफ्तार
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के कोठीपुरा में बन रहे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निर्माण कार्य पर इस साल फिर कोरोना का साया पड़ गया है। 31 मार्च तक भवन निर्माण का करीब 58 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। दिसंबर 2021 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अगर हालात सामान्य नहीं हुए तो दिसंबर 2021 में भी भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाएगा। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद एम्स में करीब एक हजार ही मजदूर रह गए हैं।
बाकी सभी घर लौट गए हैं। एम्स में भवन निर्माण में बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के करीब 2 हजार से 2200 मजदूर काम कर रहे थे। होली के त्योहार पर घर गए कई मजदूर अभी वापस नहीं लौटे हैं। करीब 1200 मजदूरों के काम पर न लौटने से एम्स में भवन निर्माण की रफ्तार पर ब्रेक लग गई है। वर्तमान में करीब 1 हजार मजदूर ही साइट पर काम कर रहे हैं। कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि 31 मार्च तक एम्स प्रबंधन को आयुष ब्लॉक, ओपीडी भवन (अस्थायी), अकादमिक भवन, आवासीय भवन की दो बिल्डिंग, फैकल्टी के लिए दो टॉवर, डाइनिंग हॉल तैयार कर दिए हैं।