घुमारवीं उपमंडल का मलोट गांव, लोगों की
सवधानियों से नहीं पहुंच पाया कोरोना
घुमारवीं
जहां कोरोना ने प्रदेश सहित जिला भर में हड़कंप मचाया है वहीं घुमारवीं उपमण्डल में कई गांव ऐसा भी है जहां आजतक कोरोना का एक भी मामला दर्ज़ नहीं हुआ है। ऐसा ही एक मारहाण पंचायत का मलोट गांव है जहां पंद्रह माह में कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है। इस गांव के आसपास ऐसे भी कई गांव है जहां कोरोना ने खूब कहर ढाया है। इसके बावजूद भी मलोट गांव में कोरोना दस्तक नहीं दे पाया है। मलोट गांव के लोग अन्य गांव वालों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत है।
यह सब गांव के लोगों की जागरूकता से ही सम्भव हो पाया है। वहीं यहां की स्वास्थ्य कार्यकर्ता अनिता देवी भी समय समय पर अपने काम मे जुटी रहीं। उन्होंने भी लोगों को कोरोना के बारे में जागरूक किया तथा एहतियात बरतने का आह्वान किया। स्थानीय गांव के लोगों का कहना है कि हिमाचल में मार्च 2019 से कोरोना ने पैर पसरना शुरू कर दिए थे। उसी दौरान से उन्होंने सवधानियां बरतनी शुरू कर दी थी। कोविड से बचने के लिए लोगों ने घरों से बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग किया। बिना हाथ धोय आपने मुंह को नहीं छूआ। विवाह शादियों में भी सीमित संख्या में भाग लिया। यदि बाहर से गांव में कोई आता है तो वो पहले अपना टेस्ट करवाता है रिपोर्ट नेगटिव आने पर ही घर आता है। इन एहतीयतों को बरतते हुए ग्रामीणों ने खुद को और दूसरों को कोविड महामारी से बचाया है।