अभिभावकों ने चेताया दो दिन में वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बनी तो एसडीएम ऑफिस के बाहर बच्चों सहित देंगे धरना
केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं के असुरक्षित भवन को लेकर अब अभिभावकों का धैर्य जवाब देने लगा है। भवन को असुरक्षित घोषित हुए दस दिन का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से बच्चों की पढ़ाई के लिए कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। इसी को लेकर सोमवार को दर्जनों अभिभावक स्कूल परिसर में पहुंचे और स्कूल प्रबंधन से इस मामले में विस्तार से जानकारी ली।
अभिभावकों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए कि उनके बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। पहले यह बात कही गई थी कि बच्चों की कक्षाएं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल पाठशाला घुमारवीं में लगाई जाएंगी, लेकिन अब प्रशासन यह कहकर पल्ला झाड़ रहा है कि स्कूल की एसएमसी ने इसके लिए कमरे देने से इनकार कर दिया है।
अभिभावकों ने साफ चेताया कि यदि आगामी दो दिनों के भीतर बच्चों के लिए कोई ठोस वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो वे अपने बच्चों को लेकर एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई जारी है, लेकिन ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के पास इतने संसाधन नहीं कि वे अपने बच्चों को मोबाइल फोन और इंटरनेट की सुविधा दे सकें।
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बच्चों की पढ़ाई को लेकर स्कूल प्रबंधन भी चिंतित है फिलहाल जब तक व्यवस्था नहीं बनती है ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था की तलाश की जा रही है प्रशासन से भी लगातार बातचीत की जा रही है उम्मीद है जल्द ही कोई व्यवस्था बन जाएगी हम भी चाहते हैं कि बच्चों को जल्द से जल्द सुरक्षित तथा बेहतर पढ़ाई की व्यवस्था मिले।
रिंकू कुमारी (प्रधानाचार्य ,केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं)