शुक्रवार को जब अनिकेत की पार्थिव देह उनके घर पहुंची तो हर तरफ चीखोपुकार मच गई। माता-पिता, बहन सहित परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। अनिकेत को मां ने सेहरा लगाकर और बहन ने राखी बांधकर अंतिम विदाई दी। यह दृश्य देखकर मौके पर मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं। इसके बाद शहीद की पार्थिव देह को पैतृक श्मशानघाट ले जाया गया, जहां आर्मी की टुकड़ी ने हवा में फायर दाग कर अंतिम सलामी दी।
शहीद की बहन आकांक्षा ने अपने भाई की चिता को मुखाग्नि दी। इस मौके पर तहसीलदार नगरोटा सूरियां शिखा, भाजपा नेता संजय गुलेरिया, अमलेला पंचायत पूर्व प्रधान प्रभात सिंह सहित काफी लोगों ने शहीद की अंतिम यात्रा में भाग लिया। बता दें कि शहीद अनिकेत के पिता दर्जी का काम करते हैं और माता नीलम देवी आंगनबाड़ी वर्कर हैं, जबकि सैनिक की बहन आकांक्षा चौधरी ने इसी वर्ष बीकॉम की पढ़ाई पूरी की है।