वोकेशनल शिक्षक ने लगया कंपनियों पर उनका शोषण का आरोप
घुमारवीं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्मानी ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा की प्रदेश सरकार बिल्कुल संवेदनहींन हो चुकी है ।।एक तरफ पिछले आठ दिनों से प्रदेश के वोकेशनल टीचर्स लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार का कोई भी नुमाइंदा इनसे मिलने तक नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 2400 शिक्षक पिछले आठ दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है ।जिससे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वोकेशनल शिक्षा ठप्प हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि वोकेशनल शिक्षक कंपनियों पर उनका शोषण का आरोप लगा रहे है। इसलिए उनको इससे बाहर करने और विभाग के अंतर्गत लाने की मांग कर रहे है। और अपनी मांगों को लेकर लगातार सरकार से बातचीत की फरियाद कर रहे हैं। लेकिन सरकार को ना तो इन शिक्षकों की फिक्र है और ना ही सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों की, जिनका भविष्य आज सरकार की वजह से आधार में लटका हुआ है ।
आज प्रदेश के आम लोगों की तरह यह सभी शिक्षक कंपनी के तुगलकी फरमानों से परेशान है। कंपनियां सरकार के आदेशों को ही दर किनार कर रही हैं। और सरकार भी कंपनियों का ही साथ दे रही है जिसकी वजह से आज विरोध स्वरूप इन शिक्षकों को हड़ताल पर जाना पड़ा है ।धर्माणी ने कहा कि पिछले 8 दिनों से अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर महिला शिक्षक भी धरने पर बैठी हुई है लेकिन ऐसा लगता है जैसे सरकार पूरी तरह से गूंगी और बहरी हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए इन शिक्षकों की मांगों पर विचार करें । धर्माणी ने कहा कि पिछले 2 सालों में प्रदेश सरकार बेरोजगार युवाओं को नौकरी तो नहीं दे पाई, लेकिन जिन युवाओं ने कड़ी मेहनत से नौकरी पाई है उन्हें भी बेवजह परेशान किया जा रहा है।इसीलिए आज राज्य सरकार में लोगों को नौकरियां मिलना तो दूर की बात अब नौकरियां छीनी जा रही है।
एक तरफ तो सरकार 5 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा कर सत्ता में आई थी लेकिन अब सत्ता में आने के बाद दिन प्रतिदिन युवा विरोधी निर्णय लेकर लोगों के विश्वास के साथ खिलवाड़ कर रही है धर्मानी में सरकार से मांग की की जल्द से जल्द इन व्यवसायिक शिक्षकों की मांगों पर सरकार विचार करें ताकि यह शिक्षक वापस स्कूलों में लौटकर बच्चों को पढ़ाने का कार्य कर सके।