अजय शर्मा भराड़ी---//
जिला बिलासपुर के 845 पाठशालाओं के कुल 2511 अध्यापक व एसएमसी सदस्य सीख रहे आपदा प्रबंधन के तरीके----संजय शामा उप प्रधानाचार्य डाईट।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जुखाला जिला बिलासपुर के द्वारा आपदा प्रबंधन के अंतर्गत जिला के शिक्षा खंड घुमारवीं एक में प्राथमिक एवम् माध्यमिक पाठशालाओं के हित धारकों के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम जोकि उपतहसील भराड़ी के लढ़यानी में शिव शहनाई पैलेस में चल रही है उसके दूसरे दिन मास्टर ट्रेनर अंजना चौहान ने अपने संबोधन में उपस्थित अध्यापकों व अभिभावकों को आपदा और उसके प्रभाव से बचने के बारे में विस्तृत जानकारी दी ,
इस कार्यक्रम में सभी विद्यालयों के एक अध्यापक और दो स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। सभी प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन की मूल अवधारणाओं, विभिन्न संकटों, स्कूल सेफ्टी एप, विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना, प्राथमिक चिकित्सा सहायता एवं आपदा पर मॉक ड्रिल आदि के बारे में प्रशिक्षित कर जानकरी दी । उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आपदा के समय कम से कम शुरुआती बचाव को किया जा सके।इस कार्यशाला के अंतिम दिन डाईट से उप प्रधानाचार्य संजय शामा विशेष रूप से उपस्थित रहे ,उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर के सभी जोन में यह कार्यशाला लगी हुई है जिसमे 845 पाठशालाओं के एक अध्यापक व दो दो एसएमसी सदस्यों को आपदा के समय किस प्रकार से बचाव करना है उसके लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है ,उन्होंने बताया कि इन कार्यशालाओं में ज़िला भर से 2511 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है
।संजय शामा ने बताया कि आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा इस कार्यक्रम को पूरी गम्भीरता के साथ चलाया जा रहा है ताकि समाज के लोगों को संवेदनशील बना कर आपदा में होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। इस शिविर के समापन पर मास्टर ट्रेनर अंजना चौहान ,रंजना राठौर,कमलेश कुमार द्वारा विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना एवं स्कूल सेफ्टी एप पर उसे अपलोड करने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा खतरों तथा आपदा के दौरान इनसे बचने के उपायों पर चर्चा की।इस कार्यशाला में लगभग 200 के करीब प्रतिभागी उपस्थित रहे।