गुरुकुल पब्लिक लदरौर का वार्षिकोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
अजय शर्मा भराड़ी---///
गुरुकुल पब्लिक लदरौर का वार्षिकोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया।कार्यक्रम के मुख्याथिति सेना से सेवानिवृत्त कर्नल सुरेश कुमार रहे,जबकि कार्यक्रम के अध्यक्ष स्कूल प्रबंधक राजेश ठाकुर रहे।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व गणेश वंदना से हुई।विद्यालय प्रधानाचार्य निशा सिंह व स्कूल प्रबंधक समिति द्वारा मुख्याथिति को स्मृति चिन्ह शॉल व टोपी देकर सम्मानित किया।उसके उपरांत स्वागत गीत के साथ वार्षिकोत्सव को आगे बढ़ाया गया।कक्षा नर्सरी ,प्रथम के बच्चों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी गयी।स्कूल प्रधानाचार्य निशा सिंह ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढ़कर सुनाई उन्होंने विद्यालय के इतिहास विकास पर प्रकाश डाला ,विद्यालय हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त है ,उन्होंने बताया कि प्रबंध समिति का विद्यालय को पूर्ण सहयोग रहता है साथ में अभिभावकों का मार्गदर्शन भी समय पर मिलता है।
वर्तमान में विद्यालय में 25आध्यपक व 2 सेवादार व 380 के लगभग छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे।साथ ही विज्ञान मेले व खेलों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विद्यालय का नाम रोशन किया है।उसके उपरांत हिमाचल की संस्कृति ,देश भक्ति से ओत प्रोत नन्हा मुन्ना रही हूं व सामाजिक कुरीतियों को लेकर एकांकी प्रस्तुत की गई।पहाड़ी नाटी,राजस्थानी लोक नृत्य,भक्ति गानों व पंजाबी गानों पर बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये।उसके उपरांत कार्यक्रम अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने अपने सम्बोधन में स्कूल वार्षिकोत्सव की प्रबंधन समिति को बधाई दी व स्कूल को अनुशासन का केंद्र है
बताया,विद्यार्थियों को संस्कार ,शिक्षा गुणवत्ता देने में स्कूल का अपना महत्व है ,संस्कारों के साथ साथ आधुनिक शिक्षा देने में किसी भी संस्थान से पीछे नही है।उन्होंने बच्चों को नशे व मोबाइल फोन के इस्तेमाल न करने का भी आह्वान किया ताकि हमारा समाज इस सभ्य समाज बन सके।उसके उपरांत मुख्याथिति समाजसेवी व कर्नल सुरेश कुमार ने वार्षिकोत्सव की विद्यालय परिवार ,प्रबंधन समिति ,विद्यार्थियों व अभिवावकों को सफल आयोजन की बधाई दी साथ ही बच्चों के शिक्षा ,खेलों व अनुशासन के लिए भी पीठ थपथपाई ।
उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक युग में आधुनिक शिक्षा के साथ साथ संस्कार व अनुशासन होना बहुत आवश्यक है और गुरुकुल पब्लिक स्कूल इसका बहुत अच्छा उदाहरण है।जिस तरह हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन दिया है वो अपने आप विधालय के अध्यापकों की मेहनत को दर्शा रहे है।उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता प्रदर्शन से ही दिख जाती है ,उन्होंने कहा कि स्कूलों में संस्कारयुक्त, गुणात्मक ,संस्कृति आधिरत शिक्षा देना जरूरी है।उन्होंने इस अवसर पर बच्चों को नशे की महामारी से दूर रहने का भी आह्वान किया ,साथ ही अभिभावकों को बच्चों की दिनचर्या पर भी नज़र रखने की बात कही।मुख्याथिति द्वारा मेधावी बच्चों को पारितोषिक देकर सम्मानित किया व उज्ज्वल भविष्य की कामना की।