कृषि व बागवानी को रोजगार के रूप में विकसित कर आर्थिक आधार पर मिल सकती मजबूती -धर्माणी
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कृषि व बागवानी को रोजगार के रूप में विकसित कर आर्थिक आधार पर मिल सकती मजबूती -धर्माणी

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कृषि व बागवानी को रोजगार के रूप में विकसित कर आर्थिक आधार पर मिल सकती मजबूती -धर्माणी

भराड़ी-  कहलूर न्यूज़

उद्यान विभाग बिलासपुर द्वारा उपतहसील भराड़ी के लोक निर्माण विभाग  विश्राम गृह के प्रांगण में ज़िला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।जिसमें घुमारवीं विधानसभा विधायक राजेश धर्माणी मुख्याथिति के रूप में उपस्थित हुए।इस शिविर में मुख्य रूप से कॉफी ,विपणन ,शून्य लागत प्राकृतिक खेती पर चर्चा की गई।इस शिविर में विशेष रूप से उपस्थित मोटिवेशनल स्पीकर अरुण भारद्वाज द्वारा कॉफी  की खेती को किस प्रकार तैयार करना व उसके बाद उसकी मार्कटिंग व ब्रैंडिंग करनी है इस विषय को किसान व बागवानों को विस्तृत रूप से बताया ,उन्होंने बताया कि किस प्रकार हिमाचल के क्षेत्रों में कॉफी की शुरुआत हुई व किस प्रकार उपतहसील भराड़ी के गंभू राम गावँ भ्योली ने कॉफी उगाने की कहानी बताई व उसको अपनी जमीन पर उगाया ।




उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधानसभा विधायक राजेश धर्माणी ने   गंभु राम से किये वायदे को निभाया और आज घुमारवीं में कॉफी को लांच किया व घुमारवीं कॉफी क्लब को भी लांच किया, साथ ही  उनके द्वारा उगाई गयी कॉफ़ी को आज उनके साथ साथ आये सभी किसानों बागवानों व अधिकारियों को पिलाया ।अरुण भारद्वाज ने बताया कि कॉफी एक नकदी फसल है और इससे हम किस तरह अपनी आर्थिकी मजबूत कर सकते है ।इस अवसर पर उपनिदेशक उद्यान डॉ माला शर्मा ने एचपी शिवा प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी किसानों को दी।इस शिविर में  विधायक राजेश धर्माणी ने कहा कि कृषि व बागवानी को रोजगार के रूप में विकसित कर आर्थिक आधार पर मजबूती मिल सकती है 


साथ ही कॉफी की पैदावार से ये खेती निचले हिमाचल को एक नकदी फसल के रूप में मिल सकती है ,उन्होंने कहा कि दो महीने पहले किसान मंगू राम व जीत राम से कॉफी के बीज खरीद कर उनको उस बीज से तैयार कॉफी बनाकर पिलाने का वायदा किया था आज उसे अरुण भारद्वाज व चिकमंगलूर से डॉ स्वेन के सहयोग से पूरा किया गया व हिमालयन कॉफी सभी आये किसान बागवानों को पिलाई गयी।


इस शिविर में  विधायक राजेश धर्माणी ने कहा कि कृषि व बागवानी को रोजगार के रूप में विकसित कर आर्थिक आधार पर मजबूती मिल सकती है साथ ही कॉफी की पैदावार से ये खेती निचले हिमाचल को एक नकदी फसल के रूप में मिल सकती है ।इस शिविर में डॉ अभिषेक,डॉ रमल अंगारिया, डॉ सुरेंद्र ठाकुर, डॉ रितेश गुप्ता,डॉ देवेंद्र, अरविंद गौतम,,डॉ विकास वरिष्ठ विज्ञानिक ब पूर्व कॉफ़ी बोर्ड डायरेक्टर डॉ विक्रम शर्मा,जागीर मेहता,करतार सिंह चौधरी, सरला चौहान,नीलम ,संदीप सहित काफी सँख्या में किसान बागवान उपस्थित रहे।
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