तनाव, डिप्रेशन और इनसोमनिया का इलाज अब होम्योपैथी में- डॉ॰ ऋतिक शर्मा ।
ऑफिस में दिन की जल्दी शुरुआत, रात भर ईमेल चेक करना हो या सोशल मीडिया के अपडेट देखना, देर रात तक टीवी शो देखना हो या पसंदीदा फिल्म, यह सब करके फिर सुबह हम वापस थक कर काम पर आते हैं। हम अपने रोजमर्रा के कामों में इतने व्यस्त हैं कि नींद हमें एक लग्जरी लगती है - आजकल एक अच्छी नींद के लिए हम वीकेंड तक का इंतजार करते है। हम कोशिश करते हैं की हमारा शरीर इस तरह काम करे की अगले वीकेंड तक हम नींद को धक्का दे सकें। लेकिन दुर्भाग्य से नींद इस तरह काम नहीं करती।
क्या है इनसोमनिया या नींद की बीमारी -
अनिद्रा (नींद की अक्षमता) जिसे अंग्रेज़ी में इनसोमनिया कहते है, एक प्रकार का नींद का विकार है जिसमें एक व्यक्ति को नींद या सोने में परेशानी होती है। हमारी जीवनशैली के दबावों के कारण आज के युवाओं के बीच आमतौर पर अनिद्रा विकार पाया जा रहा है। नींद की कमी हमें विभिन्न रोग जैसे अवसाद, चिंता, उच्च रक्तचाप आदि की ओर अग्रसर करती है।
अक्सर डॉक्टरों से ऐसे मरीज़ एंटी डिप्रेसेंट या सेडेटिव की मांग करते हैं, जिससे हमें शांति मिले।
यह सेडेटिव हमें अपना आदी बना देते हैं और बदले में हमारे स्वास्थ्य पर बुरे और प्रतिकूल प्रभावों जैसे कि वजन बढ़ना, स्लीप एपनिया, कमजोर याददाश्त, बदलते व्यवहार, थकान, कम से कम कामेच्छा आदि का असर शुरू हो जाता है। सिर्फ दवाएं हमारी इन परेशानियों का निदान नहीं है। हमें अपने जीवन को इन तनाव और परेशानियों से दूर करने और गतिशील जीवन शैली पाने के लिए कुछ प्राकृतिक तरीके तलाशने पड़ते हैं।
जैसा की हम सब जानते हैं हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर नींद के शक्तिशाली प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। लेकिन सही उपचार हम लोगों को मन की शांति देने में मदद कर सकते हैं - जो कि रात की शांतिपूर्ण नींद के साथ संभव है। ऐसा उपचार के बारे में डॉ॰ ऋतिक शर्मा ने बताया कि होम्योपैथी ऐसे बीमार लोगों को बिना किसी अवसाद या साइड इफ़ेक्ट के ठीक कर सकती है । उन्होंने कहा कि लोग अक्सर नींद की बीमारी से पीड़ित रहते हैं, यह यात्रा गतिहीन जीवन शैली के कारण नींद की कमी से शुरू होती है। कई उपचार, दवाइयों और निराशा के बाद भी अनिद्रा का निदान नहीं हो पाता है और एक समय पर केवल दवाइयों या नशीले पदार्थों पर नींद के लिए निर्भर हो जाते है । लेकिन होम्योपैथी में बहुत सी ऐसी दवाइयाँ है जिनका प्रयोग डॉ॰ ऋतिक बहुत सारे मरीज़ों पर कर चुके है जिसके बाद बहुत से मरीज़ शांतिपूर्ण रात की नींद के साथ मन की शांति और बिल्कुल सामान्य और स्वस्थ जीवन का आनंद ले रहे हैं ।
यह दवाइयाँ उन लोगों के लिए वरदान साबित हुई है जिन्होंने अपने जीवन में किसी नशे की लत के बिना एक स्वस्थ और सामान्य जीवन जीने का संकल्प लिया है।
हीमियोपैथिक उपचार -
विभिन्न दवाइयाँ जैसे काली फॉस , कॉफ़िया , नक़्स वौमिका , पेसिफ़्लोरा , अविना इत्यादि बहुत सारी ऐसी दवाइयाँ है जिनका लक्षणों के आधार पर इंसोम्निया जैसी बीमारी को बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के प्रयोग किया जाता है ।
डॉ ऋतिक शर्मा
Regn no. - 673-A HP
BHMS , DNHE , PG (London) (pursuing)
7740023824
*** किसी योग्य होमियोपैथिक चिकित्सक की देखरेख में ही दवाइयों का प्रयोग करें ।