डीज़ल पर बढ़ाए गये टैक्स पर पुनर्विचार करे प्रदेश सरकार - डॉ॰ ऋतिक शर्मा ।।
हिमाचल प्रदेश में राज्य सरकार ने डीजल की कीमतों पर 3 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया है, जिसे आर्थिक बोझ बताते हुए युवा भाजपा नेता एवं समाजसेवी डॉ॰ ऋतिक शर्मा ने इस फैसले की निंदा की है। आपदा की इस घड़ी में सरकार अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करे। उन्होंने कहा यह अभी आपदा का समय है ऐसे में डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर देने से प्रदेशवासियों पर बहुत बड़ा आर्थिक बोझ पड़ेगा
'डीजल की कीमतें बढ़ने से बढ़ेगी महंगाई'
डॉ॰ ऋतिक शर्मा ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करे।एक तरफ़ जहां प्रदेशवासी इस आपदा के दौर से गुजर रहे है वहीं सुख की सरकार ने इस आपदा में डीज़ल पर वैट बढ़ाकर जले पर नमक छिड़कने का काम किया है ।ऐसे में सरकार फैसले पर दोबारा विचार करे और स्थिति ठीक होने के बाद ही कुछ फैसला लिया जाए। उन्होंने कहा कि डीजल की कीमतें बढ़ाने से इसका असर हर चीज पर होगा, प्रदेश में महंगाई बढ़ेगी, इसलिए यह फैसला अभी उचित नहीं है।
एक तरफ़ जहां केंद्र सरकार ने एक नहीं बल्कि 2 दफा टैक्स में कमी की है, लेकिन गैर भाजपा प्रदेश सरकारों ने कर लागू करके अधिक बोझ डाला है. हिमाचल सरकार भी यह कार्य कर रही है यह प्रदेश की जनता के साथ अन्याय है ।।
सुख की सरकार से “सुख” ग़ायब
डॉ॰ ऋतिक शर्मा ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पहले संस्थानों को डिनोटिफाई किया और फिर कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया. कांग्रेस के सत्ता में आने से प्रदेश में जनता का दुख बढ़ा है. सुख का कोई नया दौर नहीं है. शर्मा ने कहा कि प्रदेश भर में आई आपदा पर प्रदेश सरकार जल्द लोगों को राहत प्रदान करे और इस तरह के आर्थिक बोझ के फ़ैसलों पर पुनर्विचार करें । एक तरफ़ केंद्र सरकार की तरफ से 400 करोड़ से ज्यादा की सहायता हिमाचल को दी गई है वहीं दूसरी तरफ़ प्रदेश सरकार ऐसे फ़ैसले ले कर आम जनता पर बोझ बढ़ा रही है । डॉ॰ ऋतिक ने कहा की सुख की सरकार में कहीं भी सुख नज़र नहीं आ रहा , कांग्रेस द्वारा घोषित दस गारण्टियाँ कहीं भी धरातल पर नज़र नहीं आ रही ।