घुमारवीं - 90 वर्षीय जुध्या देवी भर रही भूखों का पेट
दो बच्चे पैदा होते ही मर गए और कुछ साल पहले पति का साथ भी छूट चुका है, लेकिन 90 वर्षीय जुध्या देवी ने हिम्मत नहीं हारी और उम्र के इस पड़ाव पर भी अपना एकाकी जीवन भूखों का पेट भरने में लगा रही हैं । मोरसिंघी के डिहर गांव की जुध्या देवी घुमारवीं में चल रहे ग्रीष्मोत्सव में स्वयं खाना बनाकर भूखों को को खाना खिला रही है।
पेंशन के तौर पर मिलने वाले पैसों से वह चावल व दालें खरीदकर जरूरतमंदों का पेट भर रही हैं। दाल, कढ़ी, चावल व चपाती बनाकर खिलाने वाली बुजुर्ग महिला के जज्बे को देखकर हर कोई दंग है । जुध्या देवी कहती हैं कि भूखे को अन्न और प्यासे को पानी पिलाना बहुत बड़ा पुण्य है । वह मोरसिंघी में आयोजित होने वाले मेले में भी लंगर लगाती हैं और मुफ्त में लोगों को खाना खिलाती हैं। बता दें कि जुध्या के पति का देहांत कुछ वर्ष पहले हो गया, जबकि दो बच्चे पैदा होते ही मर गए थे।