भाजपा ने वोट के लिए घुमारवीं में स्कूल किया अपग्रेड, बच्चों की संख्या शून्य : धर्माणी
हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन घुमारवीं से कांग्रेस विधायक राजेश धर्माणी ने विपक्ष के सवालों पर जमकर पलटवार किया। संस्थान डिनोटिफाई करने को लेकर किए गए सवाल पर धर्माणी ने अपना पक्ष रखा।।
एक सवाल के जवाब में धर्माणी ने कहा घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र में भाजपा सरकार द्वारा अंतिम छह माह में एक स्कूल अपग्रेड कर बारहवीं तक किया गया। उसके लिए पांच प्रवक्ता, एक प्रधानाचार्य और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी तैनात किया। जब उन्होंने प्रधानाचार्य को पूछा कि कितने बच्चों का पंजीकरण हुआ है तो वो बोले कि शून्य। बोले अब छह अध्यापकों का वेतन गरीब जनता के पैसे से जा रहा है। उस गरीब आदमी के पैसे पर जिसके राशन, दवा यहां तक कि मुर्दे के कफन पर भी भाजपा की केंद्र सरकार ने जीएसटी लगा रखा है उसके पैसे का दुरुपयोग किया गया।
धर्माणी बोले, घुमारवीं अस्पताल को अपग्रेड कर 100 बिस्तर किया, लेकिन व्यवस्था वहां पर भी नहीं बन पाई। जब वहां गया तो देखा कि वहां पर बिस्तर 50 ही थे। अस्पताल में बिस्तरों की संख्या सिर्फ कागजों में ही बढ़ी, वहां पर मरीज भर्ती छह ही थे। अगर प्रबंधन सही होता तो वहां मरीज भर्ती होते।
राजेश धर्माणी ने कहा कि साल 2021 के उपचुनावों में मिली हार के चलते भाजपा दबाव में आई और उनकी आंखें खुली। हार के बाद होना यह चाहिए था कि यह गवर्नेंस इंप्रूव करते, वित्तीय प्रबंधन में सुधार लाते, जो गलतियां चार साल से हो रही थीं उनमें सही कदम उठाते और लोगों के लिए बेहतरीन सुधार लाते। लेकिन इन्होंने यह करने की बजाए आसान तरीका निकाला कि किस तरह से लोगों को गुमराह किया जाए। तंज कसते हुए बोले, भाजपा ने यह सोचा कि चुनावी वैतरणी नदी को पार किया जाए और कैसे लोगों को वोट के लिए ठगा जाए। लेकिन जिस व्यक्ति ने कभी गाय की सेवा न की हो वो अंतिम समय में वैतरणी नदी पार करना चाहे जो गोमाता भी क्या करेगी। यही कोशिश भाजपा की तरफ से भी हुई
लुत्थान गोसदन में 1064 में से 907 पशुओं की मौत
गो सदनों को चलाने के लिए सैस लगाया, लेकिन हैरानी का विषय है कि जिस गो सेंक्चुरी का शुभारंभ पूर्व सीएम ने किया था वहां पर कुप्रबंधन का आलम था। स्थिति यह है कि जो गोसदन सरकार ने बनाए वह डेथ चेंबर है, नालागढ़ गया तो देखा कि 300 के करीब बेसहारा पशु वहां जमा हैं। उसमें से पांच बैल अच्छे दिखे जो एक हफ्ता पहले ही वहां आए थे। एक माह में दस पशुओं की मौत होती है। बोले मैं सदन में प्वाइंट स्कोर करने के लिए बात नहीं कर रहा हूं। बोले ज्वालामुखी लुत्थान में खोले गए गोसदन को तीन करोड़ 47 लाख से ज्यादा का खर्च इसपर हुआ।
1064 गोवंश को इसमें आसरा दिया गया, लेकिन अभी तक इनमें से 907 की मौत हो चुकी। यह सरकार के कुप्रबंधन को दर्शाता है। बोले भाजपा ने चुनावी लाभ के लिए जो संस्थान खोले थे उनकी समक्ष की जा रही है, जो आवश्यक होगा उन्हें खोला जाएगा।