मुख्यमंत्री आदर्श राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भराड़ी ने मनाया वार्षिक उत्सव।
भराड़ी---अजय शर्मा
एडिशनल एडवोकेट जनरल हिमाचल प्रदेश सरकार वरुण चंदेल ने मुख्याथिति के रूप में शिरकत की।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना से हुई।उसके उपरांत मुख्याथिति को स्कूल प्रबंधन व प्रधानाचार्य सुभाष कुमार द्वारा टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।उसके उपरांत छात्राओं द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया।प्रधानाचार्य सुभाष कुमार कौशल द्वारा स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़कर सुनाई व स्कूल में हो रहे क्रियाकलापों के बारे में अवगत करवाया।उन्होंने बताया कि पाठशाला की स्थापना 1936 में प्राथमिक पाठशाला के रूप में हुई 1952 में पाठशाला को उच्चतर माध्यमिक पाठशाला का दर्जा प्राप्त हुआ।
25 जनवरी 1986 को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के रूप में अस्तित्व में आई। आज पाठशाला मुख्यमंत्री आदर्श पाठशाला के रूप में में लगभग 435 के लगभग विद्यार्थी स्थानीय जनता अभिवावकों के सहयोग से शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहे है।उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने शिक्षा ,खेल व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पाठशाला का नाम रोशन किया है।उन्होंने बताया कि पाठशाला में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई,एनसीसी स्काउट एंड गाइड ईको क्लब भी अपनी भूमिका निभा रहा है ।पिछले तीन वर्षों से लगातार एसएमसी प्रधान नंद लाल जसवाल की अध्यक्षता में पाठशाला को श्रेष्ठ एसएमसी का अवार्ड मिल रहा है।इसके बाद विद्यार्थियों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति प्रस्तुति दी गयी।छात्राओं द्वारा सुंदर राजस्थानी ,पहाड़ी व पंजाबी गानों पर नृत्य कर अपनी कला की प्रस्तुति दी,विद्यार्थियों द्वारा समाजिक कुरीतियों व धर्म के नाम पर आमजन को भटकाने वालो के विषय पर एकांकी प्रस्तुत कर जागरूकता का संदेश दिया ।मेधावी बच्चों को मुख्याथिति द्वारा सम्मानित किया गया ।शैक्षणिक व सांस्कृतिक गतिविधियों में प्रथम ,दूसरे व तीसरे स्थान पर आए विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।मुख्याथिति एडिशनल एडवोकेट जनरल हिमाचल प्रदेश सरकार वरुण चंदेल ने अपने संबोधन में सभी विद्यार्थियों ,अभिवावकों व स्कूल प्रबंधन व स्टॉफ को वार्षिक उत्सव की बधाई दी।
उन्होंने कहा पाठशाला से शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों की शिक्षा गुणवत्ता व सांस्कारिक शिक्षा में अपनी एक अलग पहचान है ।इस पाठशाला से बहुत से होनहार शिक्षा ग्रहण कर प्रशासनिक सेवाओं में इस क्षेत्र का नाम रोशन कर चुके है व कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि मानसिक शिक्षा के साथ साथ शारीरिक शिक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाता है ,उन्होंने कहा कि बच्चे देश के कर्णधार है।आध्यपक व माता पिता द्वारा दिये संस्कार ही भविष्य तय करते है।उन्होंने कहा एक अभिभावक होने के नाते नए निर्माण करना हमारा कर्म है और पाठशाला भी एक बहुत बड़ा शिल्प कला का केंद्र है व आध्यपक शिल्पकार।,पाठशाला से हर दिन नए वास्तुकार निकलते है वो चाहे संस्कार रूप में हो या समाज निर्माण में हो।उन्होंने इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नेतृत्व करने के लिए एक अच्छे नेता की आवश्यकता होती है तब जाकर उस क्षेत्र के लिए अच्छी योजनाएं आती है व उस क्षेत्र का विकास होता है उसी तरह किसी भी पाठशाला में अगर नेतृत्व करने वाला मुखिया योजना बनाने वाला व स्टाफ के साथ हमेशा सहयोगी रहे वो पाठशाला हमेशा नए आयाम स्थापित करने में सफल होता है।
नशे से बचने का भी उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया।उन्होंने इस आयोजन पर उपस्थित कानून विषय पर भी विस्तृत जानकारी दी।उन्होंने सफल आयोजन की बधाई दी ।एसएमसी प्रधान नंदलाल जसवाल ने आये सभी अथितियों व अभिभावकों का धन्यवाद किया।इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस महासचिव मनोहर लाल,ब्लॉक कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शर्मा,पूर्व उपाध्यक्ष ज़िला परिषद अमी चंद सोनी,जगदेव ठाकुर, करतार चौधरी,रवि शर्मा,सतीश शर्मा,दीनानाथ,प्यारे लाल,संजीव चौधरी,अजय शर्मा,विजय चौधरी,प्रधानाचार्य आईटीआई राजीव कुमार,जगदीश कुमार,सूरम सिंह,राजकुमार,राजेन्द्र कुमार,अनिल कुमार,देशराज,रेखा ,मीता, चन्द्रशेखर, रविकांत ,कर्मचन्द, हंसराज शांडिल,,बलदेव,संजय,सुरेंद्र, सुषमा,सुनीता,देशराज शर्मा,कविता ,वंदना,मंजू,राजिंदर ,सुनील,संदीप,राकेश,सपना ,रीमा,वीरेन्द्र सहित काफी संख्या में अभिभावक उपस्थित रहे।