विकास और ड्रीम प्रोजेक्टों को धरातल पर उतारना मेरी प्राथमिकता --राजेश धर्माणी
माता नैना देवी के मंदिर में राजेश धर्माणी ने सपरिवार सहित टेका माथा ,हवन में डाली आहुतियां-
बिलासपुर
घुमारवीं के विधायक राजेश धर्मानी ने श्री नैना देवी मंदिर में परिवार सहित पूजा अर्चना की और माताजी का शुभ आशीर्वाद प्राप्त किया ।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए बेवाक होकर कहा कि सभी विधायकों को मंत्री नहीं बनाया जा सकता ।उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उनसे बात करके ही यह फैसला उनकी सहमति से लिया है राजेश धर्माणी ने कहा कि उन्हें खुशी इस बात की है कि उनके साथ कई वर्ष साथ बिताने वाले एनएसयूआई से लेकर प्रदेश युवा कांग्रेस और कांग्रेस में रहे उनके साथी बहुत ही साधारण परिवार से मुख्यमंत्री के पद पर विराजमान हुए हैं।
राजेश धर्माणी ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य घुमारवीं क्षेत्र का विकास है जिसके लिए वे मुख्यमंत्री के साथ मिलकर क्षेत्र के लिए जो भी उनकी ड्रीम प्रोजेक्ट है उन्हें पूरा करना रहेगा और क्षेत्र की जनता का भरपूर साथ उन्हें मिला है वह उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।
उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर कहा कि जिन्होंने भी भ्रष्टाचार किया है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा तथा कुछ लोग जनता के पैसे को अपना समझते हैं उन पर उचित कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी जो भी बनती है । उन्होंने कहा कि जनता के पैसे का सदुपयोग होना चाहिए अधिकारी इसके अलावा नेताओं को इस पैसे को बहुत ही ईमानदारी के साथ विकाश कार्यों पर खर्च करना चाहिए ताकि क्षेत्र का विकास हो सके।
राजेश धर्माणी ने यह भी कहा कि सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल सिद्ध बाबा बालक नाथ और माता श्री नैना देवी मंदिर को आपस में जोड़ने का एक प्लान तैयार किया जाना चाहिए जिससे ये दोनों धार्मिक स्थान की दूरी काफी कम हो सके उन्होंने कहा कि मंदिर न्यास के अधिकारियों को इस पर विचार-विमर्श करके एक अच्छा प्रोजेक्ट तैयार करना चाहिए जिससे प्रदेश सरकार से वह स्वीकृत करवाएंगे।
उन्होंने कहा कि फोरलेन का कार्य पूर्ण होने वाला है और मंदिर न्यास की तरफ से फोरलेन के कैंची मोड़ के आसपास मंदिर न्यास माता श्री नैना देवी जी का एक बड़ा गेट और बोर्ड लगाया तो उससे कुल्लू मनाली लेह लद्दाख जाने वाले पर्यटक इस धार्मिक स्थल पर भी माता के दर्शनों का लाभ उठा सकते हैं।
राजेश धर्माणी अपने परिवार सहित माताजी के दर्शनों के लिए पहुंचे थे तो उन्होंने विधि पूर्वक मंत्रोच्चारण के साथ माता जी की पूजा अर्चना की और माताजी का शुभ आशीर्वाद प्राप्त किया।