सरस्वती विद्या मंदिर उच्च विद्यालय भराड़ी ने मनाया वार्षिक उत्सव
भराड़ी - अजय शर्मा
सेवानिवृत्त शिक्षा विभाग से शास्त्री श्याम लाल शर्मा ने मुख्याथिति के रूप में शिरकत की,मुख्यवक्ता के रूप में प्रान्त समरसता प्रमुख सुरेश कपिल व कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में सेवानिवृत्त कैप्टन किशोर कुमार उपस्थित रहे।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना से हुई।उसके उपरांत मुख्याथिति को स्कूल प्रबंधन व प्रधानाचार्य रामपाल द्वारा टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।उसके उपरांत छात्राओं द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया।प्रधानाचार्य रामपाल द्वारा स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़कर सुनाई व स्कूल में हो रहे क्रियाकलापों के बारे में अवगत करवाया।उन्होंने बताया कि पाठशाला की स्थापना 1987 में शिशु वाटिका से हुई व आज स्थानीय जनता अभिवावकों के सहयोग से उच्च विद्यालय के रूप में उभर कर शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रही है।उन्होंने बताया कि अभी पाठशाला में 170 छात्र,छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे है साथ ही 16 आध्यपक शिक्षा प्रदान करने का कार्य कर रहे है।
उन्होंने बताया कि छात्रा ईशा ठाकुर ने कक्षा दशम में 676/700 अंक ,मंदिशा शर्मा ने 672/700 अंक व दीक्षा ने 654/700 अंक लेकर पाठशाला का नाम रोशन किया है।उसके साथ ही शिक्षा गुणवत्ता के साथ नैतिक शिक्षा पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है।उसके उपरांत मुख्यवक्ता सुरेश कपिल ने किस प्रकार सरस्वती विद्या मंदिर संकुल किस प्रकार संस्कारयुक्त शिक्षा दे रहे है ,उसकी झलक आज के वार्षिकोत्सव से पता चलती है।विद्या भारती द्वारा पूरे भारतवर्ष में चल रहे है लगभग 25000 हज़ार संस्थान चले हुए है।
विद्या भारती का उद्देश्य ऐसे नागरिक तैयार हो जो आध्यत्मिक ,संस्कार युक्त व शिक्षा के क्षेत्र में पूर्ण विकसित हो व मानसिक रूप से मजबूत हो।इसके बाद शिशु वाटिका के बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी ,छात्राओं द्वारा सुंदर राजस्थानी प्रस्तुति दी,विद्यार्थियों द्वारा नशे के दुष्प्रभाव पर एकांकी प्रस्तुत की।नवम दशम कक्षा की छात्राओं द्वारा सुंदर पहाड़ी नाटी प्रस्तुत की।अंशुल व साथियों द्वारा योगा की सुंदर प्रस्तुति दी।उसके उपरांत मेधावी बच्चों को मुख्याथिति द्वारा सम्मानित किया गया ।शैक्षणिक व सांस्कृतिक गतिविधियों में प्रथम ,दूसरे व तीसरे स्थान पर आए विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।मुख्याथिति शास्त्री श्यामलाल शर्मा ने अपने संबोधन में सभी विद्यार्थियों ,अभिवावकों व स्कूल प्रबंधन स्टॉफ को वार्षिक उत्सव की बधाई दी।उन्होंने कहा कि विद्या भारती द्वारा शुरू सरस्वती विद्या मंदिर से शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों की शिक्षा गुणवत्ता व सांस्कारिक शिक्षा में अपनी एक अलग पहचान है ।मानसिक शिक्षा के साथ साथ शारीरिक शिक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाता है ,उन्होंने कहा कि बच्चे देश के कर्णधार है।व्यवहारिक शिक्षा में सरस्वती विद्या मंदिर अग्रणी है
आध्यपक व माता पिता द्वारा दिये संस्कार ही भविष्य तय करते है।उन्होंने इस अवसर पर सफल आयोजन की बधाई दी।कार्यक्रम के अध्यक्ष सेवानिवृत्त कैप्टन किशोर कुमार ने आये सभी अथितियों का कार्यक्रम में आने पर धन्यवाद किया।इस मौके पर अमी चंद शास्त्री,जय कृष्ण शर्मा,नंदलाल,योगराज,सुभाष भारद्वाज, ओमदत्त ,सुभाष ,प्रधान भराड़ी पंचायत प्यारे लाल,गतवाड़ पंचायत उप प्रधान अजय ,ज्ञान चंद,राजेन्द्र कुमार,प्रकाश चंद,निर्मला,अमिता,प्रीति ,विजय कुमार,उदय लखनपाल,अनिल कुमार,दिनेश कुमार,सरिता ,रीना, वंदना,गरिमा,ममता ,सुदेश ,ज्योतिका ,अंजू सहित अभी अभिभावक उपस्थित रहे।