मधुमेह खतरनाक बीमारी दस मे से एक ग्रसित --पुष्पेंद्र सिंह राणा
घुमारवी
स्वास्थ्य खंड घुमारवीं के अंतर्गत आने वाले बारिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हवाण में खंड चिकित्सा अधिकारी घुमारवीं डॉ पुष्पेंद्र सिंह राणा की अध्यक्षता में विशव मधुमेह दिवस मनाया गया। इस अवसर पर खंड चिकित्सा अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह राणा ने स्कूल के बच्चों को बताया कि मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिससे शरीर की क्षमता काफी क्षीण हो जाती है इस बीमारी से शरीर मे कार्य करने की क्षमता काफी कम हो जाती है ।
डॉ राणा ने कहा कि मधुमेह एक बहुत खतरनाक बीमारी है और बर्तमान में हर 10 में से 1 व्यक्ति को मधुमेह की बीमारी से ग्रसित है। मधुमेह ऐसी बीमारी है जो अधिकांश लोगों को अनुवांशिक होती है। यदि किसी परिवार में मधुमेह की बीमारी पहले से है तो उस परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी यह बढ़ती है। डॉ राणा ने बताया कि मधुमेह मुख्यता पीड़ित व्यक्ति के रक्त में ग्लूकोज की मात्रा ज्यादा होने के कारण होती है। औऱ ऐसा तब होता है जब किसी व्यक्ति के शरीर मे इंसुलिन कम मात्रा में बनता है या इंसुलिन शरीर मे नही बनता ।
उन्होंने बताया कि अत्यधिक प्यास लगना, बार बार पेशाब आना, कमजोरी आना, जख्म देरी से भरना, हाथों ,पैरों में खुजली वाले जख्म होना और दृष्टि का धुन्दला होने को हम मधुमेह कह सकते है। उन्होंने कहा कि मधुमेह की बीमारी का पता हम खून की जांच और पेशाब की जाँच से लगा सकते है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी से बचने का सबसे आसान तरीका खान पान और शारीरिक व्यायाम करने और दवाई का समय पर प्रयोग करके हम इस बीमारी से अपने आप को बचा सकते है।
इस दिवस पर स्कूल के बच्चों की भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई जिसमें प्रथम स्थान पर रेखा देवी , द्वितीय स्थान पर तमना देवी , तृतीय स्थान पर रिया धीमान रही। भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डॉ राणा ने बच्चों को ईनाम भी दिए गए। इस अवसर पर स्वास्थ्य शिक्षक सुरेश चन्देल ने कहा कि मधुमेह बीमारी से बचने के लिए हमे अपने खान पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ताकि इस बीमारी से हम अपने आप को बचा सके और इस बीमारी के बचाव के लिए हमे अन्य लोगो को भी जागरूक करना चाहिए।
इस अवसर पर डॉ शबनम ठाकुर, डॉ अंकिता चन्देल, स्वास्थ्य शिक्षक सुरेश चन्देल,स्वास्थ्य पर्यवेक्षक संजीव शर्मा,वाईस प्रिंसिपल विशन दास शर्मा,नीलम सिंह,सतीश कुमार, चेत राम,अमरनाथ, अम्बिका भारती, प्रोमिला देवी, सीमा देवी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता राजो देवी ,आशा कार्यकर्ता नीला देवी, रीना, निशा ,सकुन्तला,रीना देवी और 159 बच्चे उपस्थित थे ।