बिलासपुर - इकलौते बेटे की हत्या से परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
झंडूता उपमंडल के समोह गांव के युवक अंकित उर्फ अंकु की हत्या से परिवार वालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घर का इकलौता चिराग बुझ जाने से माता-पिता, दादा-दादी के लिए मानो दुनिया ही वीरान हो गई है। उन्हें क्या पता था कि जिस बेटे को बड़ा होकर उन्हें बुढ़ापे में सहारा बनना था। वह इस दुनिया से उन्हें छोड़कर ही चला जाएगा।
भगेड़ में चिकन की दुकान करने वाले अंकित (अंकु) के पिता रमेश कुमार और माता माया देवी मेहनत कर बेटे की पढ़ाई के लिए पाई पाई जोड़कर उसका खर्चा वहन कर रहे थे।
अंकित संजय कुमार पॉलिटेक्निक कॉलेज कलोल में तृतीय वर्ष का प्रशिक्षु था। माता-पिता को भरोसा था कि बेटा ट्रेनिंग के बाद कहीं नौकरी कर उनका पालन पोषण करेगा। माता, दादी और बहन बेसुध हैं। उनका रो-रो कर बुरा हाल है। अंकित की आखिरी बात 14 जुलाई को माता-पिता और नानी से हुई थी और उसने घर आने की बात कही थी, लेकिन 15 जुलाई को उसकी कार घर के पास ही खड़ी मिली। दादा प्रकाश चंद ने रोते-रोते बताया कि भगवान मेरे लाडले की जगह मुझे ही इस दुनिया से ले जाता। भगवान ने हमारा सबकुछ लूट लिया है।
वहीं स्थानीय विधायक जीतराम कटवाल को घटना का पता चलते ही घटनास्थल पर पहुंच कर गए। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को अपराधियों को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने मृतक के घर जाकर परिवार से गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने मृतक के परिवार को पांच हजार रुपये दिए और कहा कि पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी। इस दौरान जिला परिषद शैलजा शर्मा, पूर्व प्रधान अनिल कुमार, नंद लाल भी मौजूद रहे।