अगर न्याय नहीं मिला तो संघर्ष समिति करेगी सरकार का बहिष्कार
घुमारवीं - कहलूर न्यूज़
द करलोटी सहकारी सभा समिति पपलाह के निवेशकों के करोड़ों रुपए के निवेश को वापस दिलवाने के उद्देश्य से गठित संघर्ष समिति गुग्गा मोहड़ा ने प्रदेश सरकार तथा संबंधित विभाग पर प्राथमिकी दर्ज होने के 2 वर्ष के उपरांत भी ठोस कार्यवाही ना करने तथा मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया।
संघर्ष समिति के प्रधान बुद्धि सिंह मनकोटिया ने घुमारवीं विश्राम गृह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि करलोटी, कपाहड़ा, पपलाह, पलासला व छत 5 पंचायतों के 1208 किसानों, पशुपालकों,सेवानिवृत्त लोगों की कड़ी मेहनत से अर्जित 12 करोड़ 8 लाख की जमा पूंजी का 2018 के ऑडिट के अनुसार कथित रूप से गबन हो गया। संघर्ष समिति का कहना है कि हर मंच में मामले को उठाने के बावजूद तथा माननीय उच्च न्यायालय में जाने के बाद विजिलेंस द्वारा 2020 में प्राथमिकी दर्ज हुई परंतु इस मामले में सरकार तथा संबंधित विभाग द्वारा मात्र एक मृत पूर्व सभा सचिव पर दोष मढ़कर मामले में लीपापोती कर दोषियों को बचाने का कार्य किया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर संघर्ष समिति के तमाम कोशिशों के बावजूद निवेशकों का पैसा वापस दिलाने के लिए भी कोई ठोस कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही। संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कोई कार्यवाही नहीं की गई तो संघर्ष समिति संघर्ष को तेज करेगी तथा आने वाले चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा का खुला विरोध करेगी। इससे पूर्व संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व सीपीएस एवं कांग्रेस विधायक राजेश धर्माणी को भी अपनी समस्या से अवगत करवाया तथा उन्हें न्याय दिलाने में सहयोग की अपील की। इस अवसर पर संघर्ष समिति उपप्रधान रामलाल धीमान, सचिव सोमनाथ ,कोषाध्यक्ष कृष्ण राम, नंदकिशोर ,कश्मीर सिंह ,कुलतार सिंह आदि उपस्थित थे।