हिमाचल की डॉ. मधु कोंडल इंग्लैंड में बनी न्यूरोसाइंटिस्ट
हमीरपुर, 01 मार्च : नादौन की बेटी इंग्लैंड में न्यूरो साइंटिस्ट (Neuro scientist) बन गई है। बरधयाड़ ग्राम पंचायत में भगवानी गांव निवासी डॉ मधु कोंडल की इस उपलब्धि से क्षेत्र भर में प्रसन्नता की लहर है। डॉक्टर मधु के पिता पुष्पेंद्र कुमार पूर्व सैनिक हैं जबकि उसकी माता सुनीता देवी ग्रहणी हैं। डॉ मधु का भाई भी इंग्लैंड में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।
जानकारी देते हुए पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि गत 21 फरवरी को डॉक्टर मधु ने इंग्लैंड में दिमागी बीमारियों पर शोध कर रही एक प्रतिष्ठित संस्था में बतौर न्यूरोसाइंटिस्ट अपना पद ग्रहण किया है। उन्होंने बताया कुछ समय पूर्व ही डॉक्टर मधु का इस पद के लिए चयन हुआ था। डॉक्टर मधु के पिता पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी बेटी की प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय जीवाणी स्कूल में हुई है जबकि रैल स्कूल से जमा दो की परीक्षा पास की है। इसके बाद हिमाचल विश्वविद्यालय से मधु ने बी फार्मा तथा लखनऊ व मेरठ से उसने मास्टर डिग्री की, जबकि जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय दिल्ली से उसने पीएचडी की डिग्री हासिल की। जहां उसने दिमागी लोगों पर शोध किया। इसके उपरांत डॉ मधु ने न्यूरोसाइंस सोसाइटी द्वारा आयोजित कई अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लिया।
वह कई देशों में दिमागी रोगों पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत कर चुकी है। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश का नाम रोशन किया है। डॉ मधु ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने संयुक्त परिवार तथा गुरुजनों को दिया है। वहीं पुष्पेंद्र कुमार ने आशा व्यक्त की है कि उनकी बेटी दुनिया भर में अपने प्रदेश व देश का नाम रोशन करें और दिमागी रोगों पर अपने शोध से मानवता की सेवा करें। डॉक्टर मधु के घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।