प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंडी रैली में सरकारी कर्मचारियों के पहुंचने के निर्देश सरकार की विफलता को दर्शाता है: राजेश धर्मानी
घुमारवीं-क़हलूर न्यूज़
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं चार्जशीट कमेटी के अध्यक्ष राजेश धर्मानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंडी में प्रस्तावित रैली पर जोरदार हमला बोला है। प्रेस को जारी नोट में धर्मानी ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा खुद को विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बोलती है वहीं दूसरी तरफ भाजपा को रैली करने के लिए कार्यकर्ता तक नहीं मिल रहे हैं। जिसके चलते हिमाचल प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा वर्कर एचआरटीसी के ड्राइवर कंडक्टर अन्य कर्मचारी पटवारी सहित लगभग हर विभाग के कर्मचारियों को मंडी रैली में पहुंचने के सख्त निर्देश दिए हैं।
जो सरकार की विफलता को दर्शाता है| इसके साथ ही सरकार द्वारा कुछ चंद रुपयों का लाभ प्राप्त किए हुए लाभार्थियों को भी रैली में पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। जो कि एक तरह से गरीबी का मजाक उड़ाने जैसा है। इससे पहले भी सरकार द्वारा कोविड-19 के चलते जिन लोगों को 5 किलो चावल दिए गए थे उन लोगों को होटल में बुलाकर फोटो खिंचे गए थे जो कि गरीबों का मजाक उड़ाना जैसा प्रतीत होता है| वर्तमान केंद्र सरकार चालू वित्त वर्ष में केवल मात्र डीजल और पेट्रोल पर टैक्स से लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपए वसूल चुकी है। अन्य वस्तुओं पर टैक्स अलग से है। परंतु फिर भी सरकार चंद रुपयों के लाभार्थी को भी सार्वजनिक प्रचार करें तो यह लोकतंत्र के लिए घातक है एवं यह परंपरा लोकतंत्र के लिए गलत है। अतः सरकार को ऐसी रैली में आने के लिए बाध्य करना गलत है। जनता को स्वत संज्ञान से आमंत्रित करना चाहिए| भाजपा सरकार से त्रस्त हो चुकी जनता आने वाले चुनावों में भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देगी|
इसके साथ ही राजेश धर्मानी ने कहा कि जहां देश में कई शहरों में कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के बढ़ते प्रकोप के कारण नाइट कर्फ्यू एवं कई अन्य तरह के हिदायतें जारी की गई है वही मंडी जिला में ओमीक्रोन का मरीज आने के बावजूद बड़ी संख्या में भीड़ को इकट्ठा करना कोविड-19 को खुद न्योता देने जैसा है। सरकार की लापरवाही एवं अव्यवस्था के कारण पहले ही आम जनता कई तरह की परेशानियों के साथ अपनी जान से भी हाथ गंवा चुकी है। कोविड-19 के चलते हुई मौतों में किसी भी तरह की मुआवजा राशि नहीं दी गई है। आने वाले दिनों में कोविड-19 के ओमीक्रोन वेरिएंट के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो इसके लिए केवल मात्र भाजपा सरकार ही जिम्मेदार होगी।