हिमाचल के वीर: शादी के दो साल बाद ही शहीद हो गए थे मेजर अनुज सूद, मिला मरणोपरांत शौर्य चक्र
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के अंतर्गत आते देहरा से ताल्लुक रखने वाले मेजर अनुज सूद को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। उनकी पत्नी आकृति सूद ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों सम्मान ग्रहण किया।
21 राष्ट्रीय राइफल्स में रहे मेजर अनुज ने पिछले साल मई में जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों के साथ लोहा लेते हुए प्राण न्योछावर कर दिए थे। मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में जब मेजर सूद का नाम पुकारा गया तो आकृति मंच की ओर बढ़ चलीं। देश के लिए जान लुटाने वाले पति की वीरगाथा जब सुनाई जा रही थी तब आकृति के चेहरे पर गर्व के भाव साफ थे।
आईआईटी में सलेक्शन के बावजूद NDA को चुना
पढ़ाई के दौरान मेजर सूद का चयन आईआईटी में हो गया था, लेकिन उन्होंने आईआईटी के बजाए एनडीए को चुना। यहीं से उनकी शौर्य की अदभुत कहानी की शुरूआत हुई। शहादत के बाद उनके पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद बेटे को याद करते हुए कहा था कि उनके बेटे ने अपना फर्ज निभाया है।
दो साल पहले हुई थी शादी
मेजर अनुज सूद की शादी उनकी शाहदत से 2 साल पहले हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा की रहने वाली आकृति से हुई थी। अभी उनका कोई बच्चा भी नहीं हुआ था कि भगवान ने उन्हें ऊपर बुला लिया। मेजर सूद की पत्नी पुणे में एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं।