मामला प्रदेश के बिलासपुर जिले स्थित घुमारवीं उपमंडल की काथला पंचायत के परनाल गांव का है। जहां स्थानीय निवासी सत्या देवी को विभाग द्वारा 16 महीनों का पानी का बिल भुगतान के लिए घर भेजा गया है। इस मामले पर सत्या देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि दो वर्ष पहले विभाग को नल लगाने के लिए जरुरी दस्तावेजों के साथ फीस जमा करवाई गई थी। परंतु अभी तक विभाग की ओर से नल नहीं लगाया गया है।
इतना ही नहीं जब भी मामले के संबंध में विभागीय कर्मचारियों को पूछा जाता है तो वह झूठे आश्वासन के अलावा कोई कार्यवाही नहीं करते हैं। सत्या देवी का आरोप है, लोगों को नल की सुविधा मिल रही है या नहीं इसको लेकर विभाग चिंतित नहीं है, लेकिन नल लगने से पहले विभाग बिल भेजने से नहीं चूकता है। कागजों में विभाग पूरी पंचायत में घर-घर नल देने के दावे करता है परंतु गाऊंड लेवल पर सच्चाई कुछ और ही है।
महिला का कहना है कि अप्रैल 2021 को विभाग द्वारा 547 रुपए का बिल भुगतान के लिए दिया गया है जिसका भुगतान नहीं किया गया है। बिल देने के बाद भी विभाग द्वारा नल नहीं लगाया गया है, इतना ही नहीं इसको लेकर बार-बार झूठे आश्वासन दिए जाते हैं।
वहीं, इस मामले पर आईपीएच विभाग एसडीओ अंजना कुमारी ने जानकारी देते हुए कहा कि एक महीने पहले ही उन्होंने क्षेत्र से संबंधित डिवीजन में कार्यभार संभाला है। ऐसे में अभी तक समस्या से संबंधित कोई शिकायत उन्हें नहीं मिली है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो जल्द से जल्द समस्या को सुलझा कर महिला की परेशानी को दूर किया जाएगा।