राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण आवश्यक - प्रो. रामकृष्ण
घुमारवीं । रजनीश धीमान
स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं में कैरियर काउंसलिंग एंड गाइडेंस सेल की ओर से एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश के विख्यात विद्वान, चिंतक,लेखक एवं सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी प्रभात शर्मा ने मुख्य अतिथि तथा रिसोर्स पर्सन के रूप में व्याख्यान दिया।
शिक्षा संस्थानों तथा सरकारी कार्यालयों में कार्य संस्कृति तथा गुणवत्ता की वृद्धि को बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों तथा गैर शिक्षक कर्मचारियों ने भाग लिया। इस एक दिवसीय विशेष व्याख्यान कार्यक्रम में श्री प्रभात शर्मा ने अध्यापकों तथा कर्मचारियों को उनके कर्तव्यों के निर्वहन,सेवा नियमों तथा कार्यों में गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए सचेत किया उन्होंने कहा कि मानवीय दृष्टि से अपने कार्यस्थल पर कार्य संस्कृति को बनाने तथा कार्यों में गुणवत्ता लाना प्रत्येक शिक्षक एवं कर्मचारी का दायित्व है कर्मचारी की सेवा ही सच्ची राष्ट्रभक्ति है तथा इसी माध्यम से ही वे समाज के कमजोर वर्गो के उत्थान के लिए सेवा कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि शिक्षक, लेखक तथा साहित्यकार रमेश मस्ताना ने अपनी कविताओं से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. रामकृष्ण ने कहा कि सभी में राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण होना चाहिए। शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए शिक्षकों तथा सहयोगी कर्मचारियों को समर्पित भाव से कार्य करना होगा तभी हम अपने शैक्षिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय उद्देश्यों को पूरा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि संस्थाओं में इस तरह के आयोजन बहुत आवश्यक हैं।महाविद्यालय के सभी समितियों के समन्वयक प्रो.सुरेश शर्मा ने रिसोर्स पर्सन तथा विशेष अतिथि का परिचय देकर कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम के संयोजक सचिव प्रो. प्रीतमलाल ने मुख्य अतिथि तथा विशेष अतिथि का विद्यालय परिवार की ओर से स्वागत किया। इस अवसर पर प्रो.टी.आर.सिंह, प्रो.पी. एल.जनेऊ, प्रो. बच्चन सिंह डॉ.नित्तम चंदेल, डॉ. ज्योति प्रभा,डा.परवीण रणौत,प्रो.नीलम शर्मा, प्रो.विनोद शर्मा,डा.रिपन, कार्यालय अधीक्षक प्रीतम लाल तथा सभी प्राध्यापकों एवं कार्यालय कर्मचारियों ने भाग लिया।