-वरिष्ठ नागरिक सभा घुमारवीं के अध्यक्ष श्याम लाल शर्मा ने शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष को लिखा पत्र
घुमारवीं (रजनीश धीमान)
वरिष्ठ नागरिक सभा घुमारवीं के अध्यक्ष श्याम लाल शर्मा ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र लिखा है। उन्होंने जमा दो कक्षा के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के फार्मूले का विरोध जताया है। श्याम लाल शर्मा ने कहा है कि उन्होंने सरकारी व निजी स्कूलों के प्रधानाचार्यो, प्रवक्ताओं तथा अभिभावकों से इस फार्मूले को लेकर गहन चिंतन किया। बच्चों को प्रमोट करने वाले फार्मूले का सभी ने विरोध जताया है। अधिकांश लोग प्री बोर्ड परीक्षा और ज्यादा अंकों से सहमत नहीं हुए।
उन्होंने कहा कि इस फार्मूले से वही अभिभावक सहमत हैं जिनके बच्चे पढ़ने में कमजोर हैं। जो बच्चे पढ़ाई में अब्बल हैं वह इस फार्मूले का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। क्योंकि यह विद्यार्थी अंक तालिका में पिछड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब बोर्ड द्वारा प्री बोर्ड परीक्षाएं ली जा रही थीं, उस समय जेईई मेंस परीक्षा भी थी। अधिकांश विद्यार्थियों ने जेईई परीक्षा को चुना था।
जिसके चलते यह विद्यार्थी प्री बोर्ड परीक्षाएं नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के चलते इन विद्यार्थियों को अब प्री बोर्ड परीक्षा में दिए जाने वाले अंकों का नुकसान हो रहा है। श्याम लाल शर्मा ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों के विद्यार्थी हिमाचल के अन्य क्षेत्रों में भी विद्या ग्रहण कर रहे हैं।
लेकिन कोविड-19 के चलते यह विद्यार्थी अपने अपने घरों को लौट गए। इन क्षेत्रों में कनेक्टिविटी ना होने के चलते विद्यार्थी प्री बोर्ड परीक्षाएं नहीं दे पाए थे। जिसके चलते टॉपर विद्यार्थी अब बिछड़ते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि नीट की परीक्षा में 50 प्रतिशत की योग्यता रखी जाती है, तो यह विद्यार्थी नीट की परीक्षा नहीं दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि योग्य विद्यार्थियों के साथ यह घोर अन्याय हो रहा है। श्याम लाल शर्मा ने इस फार्मूले पर दोबारा से विचार करने का आग्रह किया है।
