कोरोना के साथ गर्मी की मार, दुकानदार परेशान
मोनिका । घुमारवीं
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में प्रदेश भर में लगाए कोरोना कर्फ्यू में मिली राहत के बाद दुकानों के शटर तो खुले परंतु दुकानदारों के लिए राहत के शटर नहीं खुल पा रहे हैं। दुकानदारों पर करोना के साथ-साथ अब गर्मी का कहर भी टूटने लगा है।
शहर में पिछले 3 दिनों से पड़ रही भयानक गर्मी के बाद दुकानदारों का अभी तक भी कार्य पटरी पर चलता नजर नहीं आ रहा है और इस दोहरी मार से दुकानदारों का धंधा चौपट हो कर रह गया है। जहां पहले कोरोना कर्फ्यू के दौरान दुकानें बंद होने के कारण सड़कें सुनसान थी तो अब गर्मी के कहर से लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। जिस कारण दुकानों पर इक्का-दुक्का ग्राहक ही नजर आ रहे हैं।
प्रशासन ने दुकानों को खोलने का समय 2 बजे तक निर्धारित किया है लेकिन 2 बजे से पहले ही प्रचंड गर्मी के कारण सड़क के सुनसान हो जाती है। उपमंडल में धीरे-धीरे कोरोना संक्रमित मरीजों में आ रही कमी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद लग रही थी। परंतु पिछले कुछ दिनों से प्रचंड गर्मी ने दुकानदारों में करोना से भी ज्यादा भय पैदा कर दिया है। क्योंकि पहले तो लोग कोरोना के डर से बाहर नहीं निकल रहे थे परंतु अब इस गर्मी में भी लोगों को घरों में रहने को मजबूर कर दिया है। सीजन के सबसे गर्म दिनों में से एक बुधवार तथा वीरवार का दिन भी दुकानदारों पर कहर की तरह टूटा है।
स्थानीय दुकानदारों सुरजीत पटियाल, दीपक शर्मा, विजय कुमार, संतोष कुमार, मदनलाल, अमित कुमार, विक्की कश्यप, दुर्गादास कश्मीर सिंह आदि का कहना है कि एक तो पहले से ही कोरोना के कारण लगे कर्फ्यू से पिछले दो महीनों से कामकाज पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ था। जिसके बाद प्रशासन की तरफ से दुकानदारों को कुछ राहत मिली थी परंतु अब गर्मी के बढ़ते प्रकोप से मंदी की मार पडना शुरू हो गई है। सभी दुकानदारों का कहना है कि अगर ऐसे ही गर्मी रही तो इस बार खूब मंदी की मार सहनी पड़ सकती है। वहीं व्यापार मंडल घुमारवीं के प्रधान हेम राज संख्यान का कहना है कि दुकानदारों पर पड़ी इस दोहरी मार के बाद सरकार को चाहिए कि दुकानें खोलने के समय में थोड़ी बढ़ोतरी की जाए। क्योंकि दोपहर को बढ़ती गर्मी के कारण कोई भी घरों से बाहर नहीं निकल पाता है शाम के समय दुकानदारों को कुछ उम्मीद होती है कि लोग बाहर निकल कर ख़रीददारी करेंगे लेकिन तब तक दुकानें बंद करने का समय हो जाता है। ऐसे में दुकानदारों का धंधा दिन प्रतिदिन चौपट होता जा रहा है।