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| फोटो-,सिविल अस्पताल घुमारवीं |
लोगों ने उठाई सिविल अस्पताल में ओपीडी शुरू करने की मांग
घुमारवीं
घुमारवीं उपमंडल और इसके आसपास की लगभग 66 पंचायतें ऐसी हैं जहां के लोग सिविल अस्पताल घुमारवीं पर निर्भर हैं। लेकिन पिछले लगभग 1 महीने से अस्पताल की ओपीडी बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि सिविल अस्पताल घुमारवीं में ओपीडी सेवाएं बंद होने से कॉविड संक्रमित मरीजों को छोड़कर सामान्य रोगियों के उपचार की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
इसके कारण हजारों बीमार लोगों को प्राइवेट अस्पतालों के धक्के खाने पड़ रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहर में भी अनेक स्थानों पर सामान्य बीमारियों से ग्रस्त लोग या तो घर से 20 से 30 किलोमीटर दूर के अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। निजी अस्पतालों में सामान्य बीमारी के लिए भी लोगों को हजरों खर्च कर उपचार लेना पड़ रहा है। यही कारण है कि अब लोगों में अस्पताल की ओपीडी को लेकर मांग उठना शुरू हो गई है।
वरिष्ठ नागरिक जमुनादास शर्मा, एक्स सर्विसमैन मुंशी राम शर्मा, नंदलाल धर्माणी, बलदेव मेहता सुरेश चंद्र, बलदेव भारद्वाज, जगदीश वर्मा प्रकाश चंद धीमान, रविंद्र शर्मा ने कहा कि सिविल अस्पताल में पिछले 28 अप्रैल से ओपीडी बंद रखी गई है। जबकि इस अस्पताल में लोग दूर-दराज गांवों से अपना इलाज करवाने आते हैं तथा अस्पताल में इमरजेंसी के लिए भी कोई सुविधा नहीं रखी गई है।
लोगों का कहना है कि 28 अप्रैल 2021 से ओपीडी को अचानक बंद कर दिया गया जिससे एमरजेंसी व रूटीन चेकअप करवाने वालों को बहुत दिक्कत हो रही है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन से आग्रह किया कि शीघ्र ओपीडी की शुरुआत की जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके।
