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| फोटो:-रजनीश मेहता |
टेस्टिंग कम करना कोरोना महामारी का हल नहीं-मेहता
घुमारवीं
प्रदेश युवा कांग्रेस महासचिव रजनीश मेहता ने कहा कि सरकार के पास न तो वैक्सीन नहीं है और टेस्टिंग भी कम कर दी गई है। टेस्टिंग कम करना इस महामारी का हल नहीं है। प्रदेश सरकार का टेस्टिंग कम करने का कारण समझ से परे है।
मेहता ने कहा कि पूरे प्रदेश में टेस्टिंग और वैक्सीन लगाने के इन दोनों कार्यों को युद्ध स्तर पर करने की कार्य योजना सरकार को बनानी चाहिए ताकि महामारी के प्रकोप को कम किया जा सके सरकार ने टेस्टिंग और वैक्सीन अभियान को धीमा कर दिया है जबकि इसे बढ़ाने की आवश्यकता है।
जिसके लिए उच्च न्यायालय ने भी सरकार को आदेश दिए थे कि टेस्टिंग का कार्य युद्ध स्तर पर होना चाहिए। मेहता ने कहा कि इस समय अधिक से अधिक टेस्टिंग वैक्सीनेशन को बढ़ाया जाए तो महामारी को रोकने में बहुत हद तक सफलता प्राप्त की जा सकती है।
अभी तक पूरे प्रदेश में 18-44 वर्ष के 2% युवाओं को भी वैक्सीन नहीं लग पाई है और देश के बड़े बड़े विशेषज्ञ देश में तीसरी लहर आने का भी दावा कर रहे है। जो बच्चों और युवाओं के लिए ज्यादा घातक हो सकता है। मेहता ने कहा कर्फ्यू में दी गई ढील में आवश्यक सावधानियों को लागू करने में प्रशासन को भी मुस्तैदी दिखानी चाहिए।
इस संकट काल में निजी बस, टैक्सी ऑपरेटर, किसान, होटल व्यवसाई, छोटे व्यापारी, मध्यमवर्ग, मजदूर, विरोजगर जैसे अहम वर्ग खासे प्रभावित हुए हैं। सरकार से आग्रह रहेगा कि इन वर्गों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की जाए ताकि इन वर्गों को इस संकट की घड़ी में राहत मिल सके।
