सहारा योजना के तहत कैंसर रोगियों को प्रदेश सरकार प्रदान कर रही 3 हजार रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता- KEHLOOR NEWS
Type Here to Get Search Results !

सहारा योजना के तहत कैंसर रोगियों को प्रदेश सरकार प्रदान कर रही 3 हजार रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता- KEHLOOR NEWS

Views


सहारा योजना के तहत कैंसर रोगियों को प्रदेश सरकार प्रदान कर रही 3 हजार रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता

कैंसर रोग के लक्षण दिखने पर तुरंत डाॅक्टर से सम्पर्क करें

बिलासपुर 7 जून - मुख्य चिकित्सक अधिकारी बिलासपुर डाॅ0 प्रकाश दरोच ने बताया कि कैंसर किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। दुनिया भर में इस बीमारी से एक वर्ष में लगभग 96 लाख लोगों की मौत हो जाती है। भारत में कैंसर से हर साल 1 लाख से अधिक नए मरीज सामने आते हैं उनमें से ज्यादातर लोगों की मौत बीमारी की अनदेखी के कारण होती है।

उन्होंने बताया कि घातक कैंसर रोगियों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सहारा योजना भी चलाई गई है। इस योजना के तहत गरीब लोगों जिनकी सालाना आय 4 लाख से कम हो, 3000 रुपये हर महीने दिए जाते हैं। इसके लिए उन्हें एक फार्म भर कर बीमारी के दस्तावेज, स्थाई प्रमाण पत्र, फोटो पहचान पत्र, बी पी एल पमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र तथा बैंक खाते की पूर्ण जानकारी के साथ आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, खण्ड चिकित्सा अधिकारी अथवा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क करें।       
                                                                               
  कैंसर होने के कारणः

उन्होंने बताया कि बदलती जीवन शैली, बढ़ती नशाखोरी, शराब, तम्बाकू व गुटखे का सेवन, जंक फूड की पनपती संस्कृति, शहरीकरण, खाद्य पदार्थों में कीटनाशकों का प्रयोग पर्यावरण प्रदूषण कैंसर को दावत देते है।

उन्होंने बताया कि महिलाओं में सर्वाधिक होने वाले कैंसर में स्तन, सरवाइकल, उदर, कोलोरेक्टल और फेफड़े का कैंसर होता है जबकि पुरूषों में फेफड़े, उदर, लीवर, खाने की नली और प्रोस्टेट मुख्य हैं।

उन्होंने बताया कि कैंसर संक्रामक रोग नहीं है, कैंसर होने के लिए सहायक हेपेटाइटिस-बी/सी व एच आई वी संक्रामक हैं। उन्होंने बताया कि यदि स्तन में गांठ, दर्द या सख्त हो, तिल या मस्से के आकार में बदलाव आए, पाचन एंव मल प्रक्रिया में बदलाव आए, लगातार खांसी व गले में खरास हो, मासिक धर्म के दौरान या बिना मासिक धर्म के ही अधिक रक्त बहे, शरीर के किसी भी छिद्र से खून आए तो शीघ्र परामर्श के लिए नजदीकी चिकित्सक, कैंसर अस्पताल, कैंसर विशेषज्ञ या जिला कैंसर अधिकारी से सम्पर्क करें।

उन्होंने बताया कि गलत धारणाएं रोग भ्रम और अनावश्यक चिंता उत्पन्न करती हैं, जिससे लोग अपने व परिवार के स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हो जाते हैं जैसे शरीर पर सभी गांठे कैंसर नहीं होती केवल जांच से ही पता चलता है। उन्होंने बताया कि कैंसर के लक्षण दिखाई देने पर तुरन्त चिक्त्सिक को दिखाए, प्रारम्भिक अवस्था पहचान होने पर समय पर इलाज शुरू होने से अन्य बीमारियों की तरह पूरी तरह से ठीक हो सकता है।

उन्होंने बताया कि कैंसर एक असंक्रामक रोग है जो एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे को नहीं फैलता। सही जानकारी से 30 प्रतिशत कैंसर रोके जा सकते हैं और 50 प्रतिशत मामलों को शीघ्र पहचान कर रोका जा स
".

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad