तीन मई से बिलासपुर में निजी बसों के पहिए अनिश्चितकाल के लिए थम जाएंगे। यह निर्णय बिलासपुर के निजी बस आॅपरेटरों ने लिया। इस संदर्भ में निजी बस आॅपरेटरों ने उपायुक्त बिलासपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भी भेजा। आॅपरेटरों ने यह ज्ञापन आॅनलाइन माध्यम से उपायुक्त कार्यालय को भेजा। ज्ञापन में निजी बस आॅपरेटरों ने कहा कि वह लगातार आठ माह से अपनीे मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनकी समस्या का अभी तक कोई समाधान नहीं हो रहा है। निजी बस आॅपरेटरों की हालत बहुत ही दयनीय बनी हुई है। जिला बिलासपुर युनियन के प्रधान राजेश पटियाल ने कहा कि बस आॅपरेटर बढ़ती हुई महंगाई एंव सवारियां कम होने के कारण बसें चलाने में असमर्थ हो चुके हैं। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि इन दिनों पूरे प्रदेश भर में 10 से 15 प्रतिशत बसें चल रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 15 अप्रैल 2021 को 3 माह का 50 प्रतिशत टैक्स माफ करने की घोषणा की है जबकि पिछले 8 माह का टैक्स अभी भी बकाया है। बस आॅपरेटरों ने कहा कि टैक्स माफी एवं कार्यशील पूंजी को लागू करना है लेकिन सरकार बार बार आश्वासन देने के बाबजूद इस पर कोई फैसला नहीं ले रही है। हलांकि 25 मार्च 2021 को प्रधान सचिव परिवहन की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें फैसला लिया गया था कि अप्रैल माह की बैठक जो केबिनेट में होगी उसमें इस मुद्दे पर चर्चा होगी। लेकिन अभी तक इस मुद्दे पर कोई भी चर्चा नहीं की गई। इसलिए आॅपरेटर अपनी बसों को खड़ा करने पर मजबूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल को वर्चुअल बैठक में निर्णय लिया गया है कि यदि 8 दिनों के भीतर सकारात्मक फैसला सरकार द्वारा नहीं लिया गया तो हिमाचल व बिलासपुर बस आॅपरेटर 3 मई से अपनी बसों का संचालन पूरी तरह से बंद कर देंगे।