सार
पत्थरों से बनाए ढारे में व्यक्ति 26 साल से जीवन यापन कर रहा है। लेकिन न ही किसी पंचायत पदाधिकारी और न ही किसी जन प्रतिनिधि ने इनकी हालत को सुधारने के लिए कोई कदम उठाया।
विस्तार
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिला के घुमारवीं हलके में एक व्यक्ति ऐसा है जो 26 साल से सरकारी तंत्र की अव्यवस्थाओं का शिकार हो रहा है। न ही इस व्यक्ति के पास रहने के लिए घर है, न ही बिजली का कोई कनेक्शन है और न ही पानी और शौचालय जैसी कोई सुविधा है। पत्थरों से बनाए ढारे में व्यक्ति 26 साल से जीवन यापन कर रहा है। लेकिन न ही किसी पंचायत पदाधिकारी और न ही किसी जन प्रतिनिधि ने इनकी हालत को सुधारने के लिए कोई कदम उठाया। सरकार का हर जरूरतमंद को घर, पानी, बिजली और अन्य प्राथमिक सुविधाएं देने के दावे खोखले नजर आ रहे हैं।
घुमाणी गांव का जोगिंद्र 26 साल से पत्थरों से बनाए गए एक खंडहर रूपी ढारे में रह रहा है। पहले जोगिंद्र की मां साथ रहती थी, लेकिन करीब 18 साल पहले उनका देहांत हो गया। परिवार में दो भाई हैं, लेकिन वे जोगिंद्र से अलग रहते हैं। उन्होंने भी कभी जोगिंद्र की हालत सुधारने का प्रयास नहीं किया। जोगिंद्र का कहना है कि वह कई बार पंचायत प्रतिनिधियों से मिला और सरकार से मिलने वाली योजनाओं की मांग भी की। लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों ने आज तक सिर्फ आश्वासन ही दिए। बामटा वार्ड के जिला परिषद सदस्य गौरव शर्मा ने बताया कि जब उन्हें पता चला तो वह जोगिंद्र को लेकर वीरवार को एसडीएम घुमारवीं से मिले। उन्हें पूरी समस्या बताई गई है।
पहले बकरोआ पंचायत में था गांव
पहले घुमाणी गांव बकरोआ पंचायत का हिस्सा था। मैं खुद हैरान हूं कि आज तक किसी पंचायत प्रतिनिधि ने जोगिंद्र को किसी योजना का हिस्सा क्यों नहीं बनाया। हाल ही में इस बारे में जानकारी मिली है। जोगिंद्र को हर सुविधा दिलाई जाएगी। - रेणू कुमारी, प्रधान ग्राम पंचायत अवारी खलीन