हिमाचल प्रदेश में नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी में अनुशासनहीनता करने वाले नेताओं पर गाज गिरने का सिलसिला जारी है। पहले सोलन में पार्टी के बेलगाम नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित किया गया था और अब पालमपुर नगर निगम क्षेत्र के नेताओं पर कार्रवाई की गई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुशासन समिति की अध्यक्ष विप्लव ठाकुर की संस्तुति के बाद कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पालमपुर नगर निगम वार्ड 3 के दिलबाग सिंह और पूर्व पार्षद शशि राणा को तुरंत प्रभाव से कांग्रेस पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। नगर निगम चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियां करने के कारण इन नेताओं पर यह कार्रवाई की गई है।
सांसद कपूर ने भतीजे के कांग्रेस में शामिल होने की बात को नकारा
उधर, चंबा-कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर ने उनके भतीजे के कांग्रेस में शामिल होने की बात को नकारते हुए सुधीर शर्मा पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि फर्जी भतीजी-साढ़ू के बाद सुधीर शर्मा अब मेरे जाली भतीजा ले आए हैं। धर्मशाला के कांग्रेसी नेताओं के खून में फरेब है। इसी वजह से उन्हें नगर निकाय से लेकर प्रत्येक चुनाव में मुंह की खानी पड़ती है। सुधीर शर्मा वर्ष 2017 में डुप्लीकेट भतीजी लाए और चुनाव हार गए। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में फर्जी साढ़ू लाए और कांग्रेस चार लाख 80 हजार मतों से हारी। अब फिर से वह जाली भतीजा लेकर आए हैं। इससे स्पष्ट है कि धर्मशाला में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने वाला है। उन्होंने भतीजे के कांग्रेस में शामिल होने की खबर को निराधार और तथ्यहीन बताया।

