नशा परिवार और समाज के लिए भी गंभीर खतरा: महेंद्र धर्माणी
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नशा परिवार और समाज के लिए भी गंभीर खतरा: महेंद्र धर्माणी

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नशा परिवार और समाज के लिए भी गंभीर खतरा: महेंद्र धर्माणी

घुमारवीं।

संस्कार सोसायटी घुमारवीं द्वारा “घुमारवीं अगेंस्ट चिट्टा” अभियान को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से शनिवार को शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों व निजी प्रतिष्ठानों में जाकर इस अभियान के तहत विस्तृत चर्चा की। जिसके तहत संस्था ने पहले मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं, शिक्षा अकैडमी घुमारवीं, चंदेल बुक डिपो तथा ओम प्रकाश एंड संस सहित कई संस्थानों में जाकर इस अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस दौरान संस्थानों के संचालकों व शिक्षकों से समाज को नशामुक्त बनाने के इस महत्वपूर्ण अभियान में सहयोग की अपील की गई।
संस्था के संस्थापक महेंद्र धर्माणी के नेतृत्व में टीम ने लोगों को चिट्टा जैसे घातक नशे से दूर रहने और समाज को इस दिशा में जागरूक करने के महत्व पर जोर दिया। सभी प्रतिष्ठानों के संचालकों ने इस अभियान का समर्थन करते हुए अपने स्तर पर भी सहयोग का आश्वासन दिया।
इन मुलाकातों के बाद संस्कार सोसायटी की टीम ने नवलोक आदर्श विद्यालय खनसरा, मेहरी काथला में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में विद्यालय के सभी छात्रों को चिट्टे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि यह नशा न केवल जीवन को बर्बाद करता है, बल्कि परिवार और समाज के लिए भी गंभीर खतरा बन जाता है। बच्चों को नशे से दूर रहने, गलत संगति से बचने तथा किसी भी प्रकार के नशे की प्रवृत्ति को तुरंत परिवार व शिक्षकों के साथ साझा करने के लिए प्रेरित किया गया।

संस्था के पदाधिकारी डॉ. पुष्पराज शर्मा ने करीब एक घंटे तक विद्यार्थियों की काउंसलिंग की। उन्होंने बच्चों से खुलकर बातचीत करते हुए उन्हें जीवन में सकारात्मक दिशा अपनाने, लक्ष्य निर्धारित करने और नशे से होने वाले शारीरिक, मानसिक व सामाजिक नुकसान के बारे में जागरूक किया। उनके मार्गदर्शन से विद्यार्थियों को नशा-मुक्त जीवन के महत्व को बेहतर ढंग से समझने में सहायता मिली।

विद्यालय की मुख्य अध्यापिका सुमन चंदेल तथा अध्यापक अनूप शर्मा कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे। विद्यालय प्रबंधन ने संस्कार सोसायटी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रम बच्चों को सही दिशा देने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।संस्कार सोसायटी घुमारवीं ने भविष्य में भी इस अभियान को और व्यापक स्तर पर चलाने का संकल्प लिया है, ताकि समाज से चिट्टा जैसी बुराई को पूरी तरह समाप्त किया जा सके।
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