सच्चाई की जीत, झूठ की हार – उच्च न्यायालय के फैसले ने कांग्रेस सरकार की पोल खोली: महेंद्र धर्माणी
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी ने माननीय उच्च न्यायालय द्वारा स्व. विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी की याचिका स्वीकार करते हुए इस गंभीर प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपने के निर्णय का जोरदार स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि आज न्यायपालिका ने न केवल एक पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद दी है, बल्कि कांग्रेस सरकार की संवेदनहीनता और ढुलमुल कार्यप्रणाली की भी पोल खोल दी है।
धर्माणी ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यह मात्र एक जांच का मामला नहीं, बल्कि प्रदेश की कानून व्यवस्था और प्रशासनिक नाकामी का आईना है। जिस प्रकार से कांग्रेस सरकार ने इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश की, वह निंदनीय और शर्मनाक है। यह स्पष्ट है कि इस दुखद घटना के पीछे कोई गहरा षड्यंत्र था, जिसे छिपाने का भरसक प्रयास हुआ – लेकिन आज सच्चाई जीत गई।
उन्होंने कहा, "भाजपा पहले दिन से ही इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी, क्योंकि यह कोई सामान्य घटना नहीं थी – यह एक सुनियोजित घोटाले की उपज थी। आज उच्च न्यायालय ने हमारे रुख को सही ठहराया है। अब दोषियों को सजा मिलेगी और विमल नेगी जी की आत्मा को शांति मिलेगी।"
धर्माणी ने सवाल उठाया कि क्यों कांग्रेस सरकार इस मामले को लगातार दबाने की कोशिश करती रही? क्यों न्याय के रास्ते में रोड़े अटकाए गए? क्या सरकार के शीर्ष पर बैठे लोग कुछ छिपा रहे थे?
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से ही स्व. विमल नेगी जी के परिवार के साथ खड़ी थी, है और रहेगी। यह केवल एक परिवार का मामला नहीं है, यह पूरे हिमाचल की न्याय व्यवस्था और आम नागरिक की सुरक्षा से जुड़ा सवाल है।
धर्माणी ने मांग की कि अब जब न्यायालय ने सीबीआई जांच का आदेश दे दिया है, तो सरकार को तुरंत प्रभाव से सभी रिकॉर्ड, फाइलें और संबंधित अधिकारियों को जांच एजेंसी के हवाले करना चाहिए – वरना भाजपा प्रदेशव्यापी आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेगी।